रायपुर : RAIPUR NEWS : मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार प्रतिवर्ष विकासखण्ड, जिला और संभाग स्तर पर मुख्यमंत्री गौरव अंलकरण योजना के अंतर्गत शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाता है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम (Dr. Premsai Singh Tekam) ने आज माध्यमिक शिक्षा मण्डल परिसर स्थित संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा कार्यालय के सभागार में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना के अंतर्गत रायपुर संभाग के 31 शिक्षकों को सम्मानित किया। इनमें शिक्षा दूत सम्मान से 12 शिक्षक, ज्ञानदीप से 03 शिक्षक, शिक्षा से 03 व्याख्याता, उत्कृष्ट प्राचार्य 05 और 08 उत्कृष्ट प्राधान पाठक सम्मानित हुए। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों को बच्चों के अध्ययन-अध्यापन के साथ कौशल विकास, बौद्धिक, शारीरिक एवं सामाजिक दायित्वों के प्रति उत्तरदायित्व के लिए प्रेरणादायक कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है।
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‘मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण’ योजना के तहत् शिक्षकों को किया जा रहा है सम्मानित
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गुरू आदि काल से समाज के पथ प्रदर्शक रहे हैं इसलिए वह हमेशा सम्मान के पात्र रहे हैं। 5 सितंबर को प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस मनाकर शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। यह सम्मान राज्य स्तरीय होता है। विकासखण्ड स्तर पर शिक्षक दूत, जिला स्तर पर ज्ञानदीप और संभाग स्तर पर शिक्षा सम्मान से ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण’ योजना के तहत् शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी की अवधि में शिक्षकों ने शिक्षा की ज्योति को जलाए रखा और बहुत सारे नवाचार किए। राज्य के शिक्षकोें द्वारा उस दौरान किए नवाचारों का अनुकरण अन्य राज्यों ने भी किया। मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षक आदर्श हों तो उनके व्यवहार का अनुकरण सभी करते हैं। यह भी सत्य है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने विद्यार्थी काल में किसी न किसी शिक्षक से प्रभावित होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए आग्रह किया कि वे निरंतर छात्र हित में अच्छा कार्य करते रहें। साथ ही अपने साथी शिक्षिकों को भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करें। डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षिकों को अपने सामाजिक दायित्वों को नहीं भूलना चाहिए। बच्चों को बौद्धिक, नैतिक और कौशल विकास के लिए हमेशा सजग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी परीक्षा का समय निकट है तो सभी तन-मन से तैयारी में जुट जाएं और संकल्प लें कि इस वर्ष स्कूल का बेहतर परिणाम आए।
शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शॉल, श्रीफल से किया गया सम्मानित
मंत्री डॉ. टेकाम ने समारोह में विकासखण्ड स्तर पर कक्षा पहली से पांचवी तक अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को शिक्षा दूत पुरस्कार में 5 हजार रूपए, जिला स्तर पूर्व माध्यमिक शाला के कक्षा छठवीं से आठवीं तक अध्यापन कराने वालों शिक्षकों को ज्ञानदीप पुरस्कार में 7 हजार रूपए, संभाग स्तर पर कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक अध्यापन कराने वाले शिक्षकों को शिक्षा श्री पुरस्कार में 10 हजार रूपए की सम्मान राशि के साथ ही प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने इसके साथ ही जिला अंतर्गत अपने विद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राचार्याें को 2 हजार रूपए, विकासखण्ड स्तर पर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रधान पाठकों को एक-एक हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की। सभी सम्मानित शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शॉल, श्रीफल से सम्मानित किया गया।