रायपुर। RAIPUR CRIME NEWS : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नकली दवाओं के एक बड़े कारोबार का खुलासा हुआ है. आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर एलोपैथिक दवाएं मिलाकर बाजार में बेची जा रही थी. इसका करोड़ों रुपए का कारोबार छत्तीसगढ़ में चल रहा था. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है और 10 करोड़ रुपए की नकली दवाइयां जब्त की हैं. इस मामले में तार मध्यप्रदेश से जुड़े हुए हैं. जानकारी के मुताबिक आगे भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी.
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दरअसल गुरुवार यानी 2 फरवरी को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की 4 अलग अलग अलग टीम ने रायपुर और बलौदा बाजार जिले के कंपनियों पर छापेमारी की. इस दौरान भारी मात्रा में नकली एलोपैथिक दवाएं जब्त की गई. इन दवाइयों को लैब में जांच कराने पर डाइक्लोफेनिक और एसिक्लोफेनिक की मात्र पाई गई है. इसके लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पिछले दो महीने से पड़ताल की है. इसके बाद एक साथ 4 जगहों पर रेड मारी गई है.
90 दिनों में बाल उगाने का दावा करती थी कंपनी
आपको बता दें कि आम नागरिकों को भ्रमित करने के लिए नकली दवा कंपनियों द्वारा दावा किया जा रहा था कि 90 दिनों में बाल उगाना, कैंसर, जोड़ों का दर्द एक महीने में दूर करने के दावा के साथ दवाई खुलेआम बेच रहे थे. इन दवाइयों का रायपुर में नियम के खिलाफ पैकिंग का काम किया जा रहा था. इसकी शिकायत खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम को करीब 2 महीने पहले मिला था. इसके बाद टीम ने पड़ताल शुरू कर दी थी।
10 करोड़ की नकली दवाई जब्त
रायपुर के सहायक खाद्य नियंत्रक बशंक कौशिक ने बताया कि 2 महीने पहले एक दोस्त के माध्यम से पता चला कि आयुर्वेदिक दवाइयां है जो बहुत जल्दी असर कर रहा है. फिर मुझे शंका हुई तो मैंने दोस्त से दवाई लिया और लेबोरेट्री में चेक करवाया. तो इन दवाइयों में डाइक्लोफेनिक और एसिक्लोफेनिक की मात्रा मिली. इसके बाद पड़ताल शुरू कर दी गई. गुरुवार को रेड में करीब 10 करोड़ रुपए की तथाकथित एलोपैथी दवाई जब्त की गई है. इस मामले को कोर्ट में ले जाएगा. इस केस की जड़े इंदौर और उज्जैन से जुड़ी है. उनको भी कार्रवाई की जाएगी.