स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आज पहली पुण्यतिथि है. लता दीदी को गए एक साल गुजर गया, लेकिन उनकी यादें आज भी ताजा हैं। 6 फरवरी,2022 यानी आज ही के दिन उनका निधन हो गया था. 92 साल की उम्र ( age)में उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।
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लता जी ने सिर्फ हिंदी और उर्दू ( urdu)भाषाओं के गानों में ही राज नहीं किया बल्कि सारे देश में 36 भारतीय भाषाओं, मराठी, तमिल, भोजपुरी, कन्नड़ा, बंगाली जैसी कई भाषाओं में अपनी आवाज दी।
इंटरव्यू में कहीं ये बात( interview)
एक बार एक में लता इंटरव्यू ने कहा था कि अगर मेरे पिता जिंदा होते तो आज में सिंगर न होती. उन्होंने बताया था कि उनके पिता को लंबे समय तक ये नहीं मालूम था कि लता जी के पास इतनी सुरीली आवाज है. जब उन्हें इस बात का पता चला, तो वो उनकी प्रतिभा को निखारना चाहते थे और बेटी लता से गीत सुनाने के लिए कहा करते थे, लेकिन लता जी को पिता से बहुत शर्म लगती थी और वे रसोई में अपनी मां के पास भाग जाया करती थीं।
दिल मेरा तोड़ा’ गाना काफी हिट( hit)
साल 1948 में लता को फिल्म ‘मजबूर’ में मास्टर गुलाम हैदर में एक गाना गवाया, गाने के बोल थे ‘दिल मेरा तोड़ा’. ये गाना काफी हिट हुआ और इसके बाद लता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।