रायपुर। CG NEWS : छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर स्वास्थ्य कर्मचारियों की 24 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 फरवरी को प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहकर शासन का ध्यानाकर्षण करवाएंगे। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री सहित शासन के समस्त सम्बंधित को सूचना देकर अवगत कराया जा चूका है। और सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पताल, डेंटल अस्पताल के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उपस्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने अधिकारीयों को सामूहिक अवकाशआवेदन सुपुर्द किया जाना प्रारंभ कर दिया गया है। शासन तथा आला अधिकारीयों को सौंपे ज्ञापन में मांग की गयी है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों के क्षमता और योगदान से छत्तीसगढ़ शासन को स्वास्थ्य क्षेत्र में कई बार देश में उच्च स्थान प्राप्त हुआ है। किन्तु अपनी वाजिब मांगों को शासन के समक्ष बारम्बार रखने पर भी शासन द्वारा नजर अंदाज किया जाता है।
आपको बतादें कि संघ द्वारा मांग की गयी है कि संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा, आयुष द्वारा कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने के लिए वित्तीय भर की गणना करके सिस्टर ट्यूटर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट ग्रेड-2, बहूद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता पु., एवं महिला, एम.एल.टी., नेत्र सहायक अधिकारी, रेडियोग्राफर, रेडियोथेरपी टेक्निशियन, डायलाइसिस टेक्निशियन, एन.एम.ए., ओ.टी. टेक्निशियन, ई. सी.जी. टेक्निशियन, ड्रेसर ग्रेड-1, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता आयुर्वेद, आयुर्वेद फार्मासिस्ट, पंचकर्म सहायक, लिपिक संवर्ग, एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारी व अन्य जो प्रस्ताव में शामिल हैं। का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है इसे निर्णय लेकर आदेश जरी कर विसंगति दूर की जाय, केंद्र के समान समस्त भत्ते दिए जाएँ, पुलिस विभाग की तरह वर्ष में 13 माह वेतन दिया जाय, स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग अधिकारी किया जाय, नियुक्ति दिनांक से ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाय, 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा व कैशलेस इलाज सुविधा दी जाय, नवनियुक्त को पूर्ण वेतन, चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान व एकल पदों के लिये पदोन्नति चैनल, समस्त दैनिक,संविदा, अनियमित, जीवन दीप कर्मचारी, राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी को नियमित किया जाय।
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ड्रेसर का पदनाम आर्थोपेडिक टेक्निशियन करने, अंशकालिक स्वच्छकों को नियमित करने, मैदानी कर्मचारियों को निश्चित भत्ता व प्रोत्साहन राशी, ड्रेस कोड वाले कर्मचारियों को धुलाई भत्ता, सर्टिफिकेट कोर्स का उन्नयन कर डिग्री कोर्स किया जाना, 25% पदोन्नति पद बनाया जाना। पदोन्नत पद हेतु शासन व्यय पर प्रशिक्षण, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट को सामान्य इलाज की छूट, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी एवं द्वितीय ऐ.एन.एम. का नियमितीकरण, राष्ट्रिय स्वास्थ्य कार्यक्रम का सञ्चालन BETO के माध्यम से सञ्चालन कराया जाना, बी.एस-सी. नर्सिंग, पोस्ट बेसिक स्टाफ नर्स को जी.एन.एम. नर्सिंग स्कूल में सिस्टर ट्यूटर के पद पर पदोन्नति, एक्स रे स्टाफ को 25% विकिरण भत्ता, डीकेएस अस्पताल के स्वशासी समिति प्रस्तावित आदर्श सेवा भर्ती नियम लागु कर डी.के.एस.अस्पताल के सभी कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाना शामिल है। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संरक्षक ओ. पी. शर्मा, प्रांताध्यक्ष, आलोक मिश्रा, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष, प्रदीप बोगी, जिलाध्यक्ष एस एस सोनी सहित, राजेंद्र यादव, एस. पी. देवांगन, जॉली मसीह, विभा राय, शीला बोगी, सतीष पसेरिया, नरेन्द्र तिवारी, सुजीत पॉल, लक्ष्मी बनर्जी, संतोष गिरी, कमल चंद्राकर, खोमन पटेल सहित समस्त पदाधिकारियों ने शासन से मांग की है कि कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाय और अन्यथा संघ को बड़े आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।