राजिम : Rajim Maghi Punni Mela : माघ पूर्णिमा से शुरू मेले में महानदी आरती का दृश्य दिनों दिन दिव्यता को प्राप्त कर रहें है। संगम तट पर यह अलौकिक नजारा प्रतिदिन शाम 7 बजे स्वतः पहुंचकर देखी जा रही हैं।
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उल्लेखनीय है कि सांढूर, पैरी और महानदी मैय्या की आरती की भव्यता विराट रूप ले रहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस बार शानदार व्यवस्था की गई है। मण्डप बनाया गया हैं शिवलिंग की स्थापना की गई है तथा तीनों नदी मैय्या की आरती उतारने के लिए धमतरी जिला के मजिस्ट्रेट, राजिम सोसायटी अध्यक्ष विकास तिवारी सहित अनेक श्रध्दालुओं ने सम्मिलित होकर आरती उतारी।
राजिम मेला के सांस्कृतिक मंच में लोक धुन की बिखरी रंग
राजिम मेला में आज सोमवार को सांस्कृतिक मंच क्रमांक 2 पर लोक धुनों की रंग उड़ती रही। एक से बढ़कर एक गीत संगीत ने दर्शकों को बांधे रखा। तुलाराम साहू के श्रीराजीवलोचन भजन संध्या ग्रुप ने हर-हर महादेव… राजिम धाम की महिमा पर शानदार प्रस्तुति दी।
दीपक श्रीवास एवं लालिमा पटेल, रामकुमार देवांगन के आवाज में गीत संगीत का जादू प्रकट हुआ। लोग ताली बजाकर उत्साहवर्धन करते रहे। एंकरिंग संतोष सोनकर ने किया। बरभांठा महासमुंद शिव सूरदास के लोक रागनी मानस परिवार ने रामायण की प्रस्तुति पर राम की महिमा का बखान किया। पोखरा के संतोष साहू ने लोक नृत्य की जोरदार प्रस्तुति दी।
स्कूली छात्रों ने अलग-अलग वेशभूषा में नृत्य कर झूमने के लिए मजबूर कर दिया। रजनकटा पांडुका के राकेश साहू की फाग मंडली ने छोटे से श्याम कन्हैया गीत पर होली त्यौहार की याद दिला दी। चिरको महासमुंद लखन सिंह ध्रुव ने पंडवानी प्रस्तुत किया। सेंदर के तुलेश्वर धृतलहरे ने सतनाम चौंका मंगल भजन की बेहतरीन प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन किशोर निर्मलकर ने किया।