नई दिल्ली : Ration : गरीबों को हर महीने 5 किलो फ्री राशन प्रदान करने वाली स्कीम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) की आखिरी तारीख 31 दिसंबर है. लेकिन इसके बाद भी यह स्कीम जारी रह सकती है.
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केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि सरकार के पास खाद्यान्न भंडार पर्याप्त मात्रा में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के बाद भी PMGKAY योजना का विस्तार करने पर विचार करेंगे.
अगर पीएमजीकेएवाई का आगे विस्तार किया जाना है, तो यह फैसला शुक्रवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल द्वारा लिया जाएगा. सरकार ने सितंबर में पीएमजीकेएवाई की समयसीमा को तीन महीने के यानी 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया था.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ले सकती है फैसला
कृषि राज्यमंत्री करंदलाजे ने कहा कि कोविड-19 के मामले आ रहे हैं. यह योजना दिसंबर तक के लिए है. इसे आगे बढ़ाने के बारे में फैसला प्रधानमंत्री लेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 28 माह में सरकार ने पीएमजीकेएवाई योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरण पर 1.80 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है.
मंत्री ने आगे कहा कि पीडीएस और पीएमजीकेएवाई जैसी कल्याणकारी योजनाओं के लिए खाद्यान्न की खरीद को सुचारू रूप से चल रही है. यह धारणा सही नहीं है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में फसल पर सूखे और जलवायु परिवर्तन के कुछ प्रभाव के कारण ‘‘चावल और गेहूं के उत्पादन में गिरावट आने के आसार है.
PMGKAY: अप्रैल, 2020 में हुई थी शुरुआत
पीएमजीकेएवाई की शुरुआत अप्रैल, 2020 में उन गरीबों की मदद के लिए की गई थी, जिनकी आजीविका का साधन कोरोवायरस के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ था. इस योजना के तहत 80 करोड़ गरीबों को हर महीनें 5 किलो गेहूं और चावल फ्री में दिया जाता है.