अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि निक्की को जब 9 फरवरी की रात को पता लगा कि साहिल की सगाई हो गई है तो वह उसे फोन करने लगी। इसके बाद दोनों रात एक बजे मिले। दोनों गोवा भागना चाहते थे। गोवा के लिए निक्की की फ्लाइट की टिकट तो हो गई थी, लेकिन साहिल को टिकट नहीं मिली थी।
ऐसे में दोनों ने उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश जाने की योजना बनाई। दोनों कार से आनंद विहार बस अड्डे पहुंच गए, लेकिन यहां पर पता चला कि उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश की बसें आईएसबीटी, कश्मीरी गेट से जाती हैं। इसके बाद दोनों कश्मीरी गेट पहुंच गए। इतने में साहिल के परिजनों के फोन आने लग गए।
परिजन तुरंत घर आने के लिए साहिल पर दवाब बनाने लगे। साहिल घर जाने लगा तो निक्की उससे झगड़ा करने लगी। निक्की ने साहिल से एक साथ खुदकुशी करने की बात कही, लेकिन साहिल इसके लिए तैयार नहीं हुआ। जब झगड़ा बढ़ने लगा तो सुबह करीब चार बजे साहिल ने आईएसबीटी पर कार में डाटा केबल से निक्की की गला घोंटकर हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपी साहिल निक्की के शव को कार में डालकर 40 किलोमीटर दूर अपने गांव मित्राऊ तक ले गया। पूरे रास्ते में कहीं भी उसकी जांच नहीं हुई। साहिल ने शादी के बाद निक्की के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी। पुलिस को आशंका है कि वह श्रद्धा की तरह ही शव को ठिकाने लगाता।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार शाखा के वेस्टर्न रेंज-1 के एसीपी राजकुमार को 10 फरवरी को सूचना मिली थी कि मित्राऊ गांव निवासी साहिल गहलोत ने अपनी महिला दोस्ती निक्की यादव की हत्या कर दी। सूचना के बाद एसीपी राजकुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर सतीश कुमार, एएसआई कृष्ण, संजय, सुरेश व हवलदार रोहताश की टीम गठित की गई।