सम्बलपुर न्यूज़। भाजपा विधायक और महिला पुलिस अधिकारी के बीच झड़प की खबर सामने आई है। इतना ही नहीं झड़प के दौरान गुस्साए भाजपा नेता ने महिला पुलिस अधिकारी को तमाचा जड़ दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं, मामले में महिला पुलिस अधिकारी की शिकायत के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि जयनारायण मिश्रा के नेतृत्व में जब भाजपा विरोध प्रदर्शन कर रही थी, इसी दौरान यह घटना हुई।
Shocked & anguished after seeing this video! A senior leader of Odisha, Shri. Jayanarayan Mishra, physically assaulting & threatening an on-duty Police Officer! I have always stood for equality and this undoubtedly doesn’t define equality at all. Shame!!!@JPNadda pic.twitter.com/07uX6o6Jqt
— Anubhav Mohanty (@AnubhavMohanty_) February 15, 2023
महिला पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस कर्मी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे। भाजपा कार्यकर्ताओं का एक समूह संबलपुर जिला कलेक्टर कार्यालय की तरफ मार्च कर रहा था। इस दौरान मैं विधायक के सामने आई। उन्होंने मेरी जानकारी मांगी। इसके बाद संबलपुर विधायक ने मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया, जिसका मैंने विरोध किया।
उन्होंने आगे कहा कि विधायक ने मुझे थप्पड़ मारा और धक्का भी दिया। उनका यह रूप देखकर मैं अवाक रह गई। प्रधान ने अपनी शिकायत में लिखा है कि संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति की ओर से यह कार्रवाई पूरी तरह से अनुचित थी।
भाजपा कार्यकर्ताओं को जिला कलेक्टर कार्यालय तक मार्च के दौरान रोका गया तो उन्होंने पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की। सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो शेयर हो रहे हैं। कुछ वीडियो में बीजेपी विधायक को महिला पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मारते हुए दिखाया गया है।
बीजेडी सांसद और ओलीवुड अभिनेता अनुभव मोहंती इस घटना का वीडियो देखने के बाद हैरान थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं हमेशा समानता के लिए खड़ा रहा हूं और यह निस्संदेह समानता को परिभाषित नहीं करता है। बीजेपी विधायक ने हालांकि आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने आईआईसी को धक्का नहीं दिया। यह दूसरा तरीका था। ओडिशा भाजपा द्वारा राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के विरोध के बीच आईआईसी वहां पहुंची और मुझे धक्का दिया।
उन्होंने आगे कहा कि मैं शुरू में एक कुर्सी पर बैठा था। जब मुझे पता चला कि हमारी महिला कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस दुर्व्यवहार कर रही है, तो मैं उठ खड़ा हुआ। आईआईसी ने तब मुझे यह कहते हुए धक्का दिया कि मैं पुलिस विभाग के खिलाफ बहुत ज्यादा बोल रहा हूं। यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि एक आईआईसी विपक्ष के नेता को चुनौती दे रही है और उसे धक्का भी दे रही है।