राजिम। Maanghi Punni Fair : राजिम माँघी पुन्नी मेला के समापन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजिम पहुंचे, मुख्यमंत्री ने भगवान राजीवलोचन और बाबा कुलेश्वरनाथ का दर्शन कर प्रदेश के सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंच पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश स्तरीय रामायण प्रतियोगिता के प्रथम बचेली दंतेवाड़ा ,द्वितीय गरियाबंद और तृतीय आये जांजगीर चाम्पा जिला की रामायण मंडलियों को पुरस्कृत भी किया, साथ ही श्रीलंका और वियतनाम से आयी रामायण मंडली के कार्यक्रम की प्रस्तुति का आनंद लेकर उन्हें सम्मानित भी किया। साथ ही उड़ीसा से आये सेंड आर्टिस्ट ने भगवान राजीवलोचन जी के कथा का जीवंत प्रदर्शन भी किया गया।
राजिम माँघी पुन्नी समारोह के समापन अवसर पर संगीतमय भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन भी प्रशासन के द्वारा किया गया जिसे देख दर्शक झूम उठे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी कलाकरों के साथ विदेशी कलाकरों का भी हम अभिनंदन करते हैं ।राजिम माघी पुन्नी मेला की शुरूआत एव ंसमापन दोनों अवसर पर आने का अवसर मिला। लक्ष्मण झूला का पिछले साल लोकार्पण किया था। मेला के बारे में ताम्रध्वज साहू, धनेन्द्र साहू, अमितेष शुक्ल चर्चा करते थे। पहले जिस नाम से यह मेला हो रहा था, उसमें छत्तीसगढ़ी खुशबू नहीं आती थी, परंतु अब संस्कृति की महक बराबर फैल रही है। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा रामायण प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले मंडली को 12 हजार पंचायत को 5 हजार पुरस्कार, जनपद स्तर पर 10 हजार, जिला स्तर पर 50 हजार प्रदान किया गया और राज्य स्तर पर हुंए प्रतियोगिता में लाखों रूपए देकर पुरस्कृत किया गया है। देश में कहीं भी ऐसा आयोजन नहीं होता है, आज सिर्फ छत्तीसगढ़ में हो रहे।
राजिम माघी पुन्नी मेला में समापन समारोह के पश्चात मंच पर ही वियतनाम से पहुंचे रामायण लोकनाट्य सीता मुक्ति की प्रस्तुति हुई। मुख्यमंत्री सहित पूरा अतिथि अमला नीचे दर्शक दीर्घा पर बैठकर पूरे कार्यक्रम को देखते रहे। वियतनाम की इन कलाकारों ने रामायण के प्रसंग को दृश्य अंकित किया जिसमें अशोक वाटिका में हनुमान का प्रवेश उसके बाद राक्षसों के साथ में युद्ध होना सारी विषय वस्तुओं को शानदार दिखाया गया। इसके बाद श्रीलंका के कलाकारों ने नाट्यमंचन किया। जिन्हें देखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ताली बजाकर अभिनंदन किया। इस दौरान धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास जी, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन आदि मौजूद थे।