गैंगस्टर टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, गुजरात , मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत 70 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी टेरर फंडिंग( terror funding) को लेकर गैंगस्टर और उनके करीबियों के ठिकाने पर हुई है।
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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और गोल्डी बराड़ पहले से ही एनआईए की रडार पर हैं। इस मामले एनआईए कई गैंगस्टरों से पूछताछ भी कर चुकी है। पिछले साल अक्टूबर में आतंकवाद विरोधी एजेंसी एनआईए ने दिल्ली समेत कई राज्यों में 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी( raid) की थी।।
सहयोगियों से जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी
एनआईए पूछताछ किए गए गैंगस्टरों( gangster) के घरों और उनसे और उनके सहयोगियों से जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टरों के दूसरे देशों में संपर्क होने की बात सामने आई थी। लॉरेंस बिश्नोई और बवाना गैंग के नाम पर भारत में आतंक के लिए काफी फंडिंग हुई है।
75 मोबाइल में छिपा है राज( secret)
जांच एजेंसियों ने गैंगस्टर के वसूली के धंधे की जब गहराई से तफ्तीश की तो यह भी पता चला यह वसूली सट्टेबाजों फाइनेंसर, दर्जी मॉल ओनर. क्रेशर कारोबारी और प्रॉपर्टी डीलर तक से की जाती थी. लॉरेंस और उसके गैंगस्टरों का कच्चा चिट्ठा का राज 75 मोबाइल फोन में छिपा हुआ है जो पिछले 3 महीने में जांच एजेंसियों ने अलग-अलग गैंगस्टरों के यहां छापेमारी के दौरान जब्त किए हैं