रायपुर। RAIPUR NEWS : राजधानी में अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठी महिलाओं का गुस्सा सोमवार को और भड़क गया। एक महिला तो इतनी नाराज थी कि उसने रोते हुए मुंडन कर लिया है। उसका कहना है कि मुझे नौकरी दी जाए। मेरे पति की मौत के बाद से मैं परेशान हूं। दरअसल, अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले 4 महीने से अनुकंपा नियुक्ति संघ के बैनर तले महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। मगर अब तक बात नहीं बनी है।
बूढ़ातालाब धरना स्थल पर महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। इसके पहले अलग-अलग तरह से ये लोग प्रदर्शन कर चुके हैं। इसी कड़ी में सोमवार को शांति साहू नाम की महिला ने मुंडन करवाा लिया। उसके पति की अस्थमा अटैक की वजह से मौत हुई है। महिला बिलाईगढ़ से यहां प्रदर्शन करने के लिए आई है। मुंडन करवाते हुए शांति ने बताया कि हम यहां परेशान हैं। मगर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हमारी आवाज सरकार नहीं सुन रही है।
वहीं संघ की अध्यक्ष माधुरी मृघे का कहना है कि राज्य सरकार ने उन्हें अनाथ की तरह अकेला छोड़ दिया। धरने में बैठी महिलाओं के यहां किसी के पति की मौत हो चुकी है, किसी के पिता की तो किसी के बेटे की मौत हो चुकी है। उनके घर को चलाने वाला कोई नहीं है। हम सभी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। आगे मृघे ने कहा सरकार का बजट सत्र आने वाला है। उन्हें हमारी मांगे पूरी करनी चाहिए। यदि मांग पूरी नहीं होती तो धरने पर बैठी सभी महिलाएं अपने सिर का मुंडन करवाएंगी।
दरअसल, ये सभी महिलाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आईं हैं और रायपुर में 20 अक्टूबर 2022 से लगातार आंदोलन कर रही हैं। ये सभी पंचायत स्तर के उन शिक्षकों की पत्नियां हैं, जिनकी हादसे या बीमारी की वजह से मौत हो गई। इनका कहना है कि सरकारी नौकरी में कमाने वाले व्यक्ति की मौत के बाद परिवार के किसी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति का नियम होता है। मगर इन्हें आज तक नौकरी नहीं मिला है।
कई दिनों से अनुकंपा नियुक्ति संघ के बैनर तले महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। इसके पहले यह महिलाएं मंत्री रविंद्र चौबे के घर कटोरा लेकर पहुंच गई थीं। साथ ही इन्होंने दंडवत होकर मंदिर यात्रा, बूढ़ातालाब में जल समाधी जैसे कई प्रकार से प्रदर्शन भी किये हैं।