Published by – Neeraj Gupta
जांजगीर-चांपा। CG NEWS : जिले के अकलतरा में पूर्व सैनिक रोहित सारथी ने बजबजाती नाली में बैठकर विरोध-प्रदर्शन किया। उनके साथ-साथ भारी संख्या में भी लोग मौके पर मौजूद रहे और वार्ड की समस्याओं को लेकर शासन-प्रशासन के खिलाफ सत्याग्रह किया। पूर्व फौजी को नाली में बैठकर प्रदर्शन करता देखकर अधिकारी भी हड़बड़ा गए। मामला वार्ड क्रमांक- 14 का है।
अकलतरा नगर के वार्ड क्रमांक- 14 में स्थित नाली से बहकर जाने वाले पानी को ग्राम खिसोरा के सरपंच ने मुरूम डालकर रोक दिया है। इससे वार्ड के लोगों को भारी असुविधा हो रही है। इसे लेकर पूर्व फौजी और वार्ड पार्षद रोहित सारथी ने कई बार नगर पालिका और ग्राम पंचायत खिसोरा को इस समस्या का हल निकालने के लिए कहा, लेकिन इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद वे दोपहर 12 बजे बहती नाली के बीच बैठ गए और विरोध-प्रदर्शन किया।
इधर वार्ड की समस्याओं को लेकर आवेदन पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज पूर्व फौजी और वर्तमान पार्षद सत्याग्रह करते हुए अपने वार्ड की नाली में ही बैठ गए। यह खबर लगते ही पूरा प्रशासन दौड़ पड़ा। सेना से रिटायर होने के बाद अकलतरा में ही रहने वाले रोहित सारथी को उनकी सामाजिक गतिविधियों के कारण लोग काफी सम्मान से देखते हैं।
इधर पूर्व सैनिक के नाली में बैठकर विरोध-प्रदर्शन की खबर जैसे ही प्रशासन को लगी, मौके पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी अकलतरा अजय राजपूत, नायब तहसीलदार एके विश्वकर्मा, तहसीलदार जयश्री पथे मौके पर पहुंचीं और मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद पार्षद रोहित सारथी ने अपना नाली सत्याग्रह खत्म किया। नाली से बाहर आने पर वार्डवासियों ने उन्हें दूध, गंगाजल और शुद्ध जल से स्नान कराया और उनके समर्थन में नारे लगाए। वार्ड पार्षद 3 घंटे से ज्यादा वक्त तक गंदे नाली में बैठे रहे थे, जिसके बाद लोगों ने उन्हें खुद से नहलाया।
जानिये पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, नगर पालिका अकलतरा के वार्ड नंबर- 14 में इन दिनों गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिसे लेकर वार्डवासियों ने कई बार पार्षद रोहित सारथी से शिकायत की और सफाई कराने को कहा। इस पर रोहित सारथी ने नगर पालिका सीएमओ और अन्य अधिकारियों को लिखित में सूचना दी, लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा।
पार्षद ने कहा कि लगातार उनके वार्ड वासियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। कुछ दिन पहले उनके वार्ड के मंदिर का सौंदर्यीकरण कराया गया था। जनसहयोग से उस मंदिर का मोहल्ले वासियों ने निर्माण कार्य प्रारंभ किया, लेकिन रात के अंधेरे में अज्ञात लोगों ने उसे तोड़ दिया। इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन उस पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि 3 दिन पहले वार्ड की नाली भी बंद हो गई थी, जिससे पानी की निकासी नहीं हो रही थी। इसकी सफाई को लेकर भी आवेदन दिया गया था, लेकिन कुछ नहीं किया गया। वार्ड वासियों को हो रही असुविधा और प्रशासन की लापरवाही से परेशान होकर वे नाली में विरोध-प्रदर्शन के लिए बैठे। उनका साथ भारी संख्या में वार्डवासियों ने दिया। पार्षद को देख वार्ड की कुछ महिलाएं भी नाली में जाकर पार्षद को सहयोग देने लगी।
प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के समझाने और लिखित आश्वासन पर ग्राम खिसोरा के सरपंच के द्वारा भविष्य में नाली के बहाव को प्रभावित नहीं करने का आश्वासन दिए जाने के बाद रोहित सारथी नाली से बाहर निकले और विरोध प्रदर्शन समाप्त किया। अपनी मांगों को लेकर गंदी नाली में बैठकर विरोध-प्रदर्शन करने का यह शहर में पहला मामला है। अकलतरा में ऐसा विरोध इससे पहले कभी नहीं देखा गया था।
भाजपा की अंदरूनी लड़ाई
वार्ड क्रमांक- 14 के पार्षद रोहित सारथी के द्वारा बजबजाती नाली के बीच में बैठकर अपनी मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन करने की घटना को भाजपा की अंदरूनी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि अकलतरा नगर पालिका में भाजपा की ही अध्यक्ष हैं, इसके बावजूद भाजपा के पार्षद को अपनी मांगों को मनवाने के लिए नाली में बैठकर विरोध-प्रदर्शन करना पड़ा।