केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में चंद्रपुर और यवतमाल जिलों को जोड़ने वाले एक राजमार्ग पर 200 मीटर लंबा बांस का ‘क्रैश बैरियर’ लगाया गया है. गडकरी ने इसे ‘दुनिया की पहली’ ऐसी कवायद करार दिया।
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गडकरी( gadkari)े एक ट्वीट में कहा, ‘‘दुनिया के पहले 200 मीटर लंबे बांस के ‘‘क्रैश बैरियर” के निर्माण के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक असाधारण उपलब्धि हासिल की गई है, जिसे वाणी-वरोरा राजमार्ग पर लगाया गया है।
बांस क्षेत्र और पूरे भारत( india) के लिए उल्लेखनीय
इस बैरियर को बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली बांस की प्रजाति बंबूसा बालकोआ है, जिसे क्रेओसोट तेल से उपचारित किया गया है और पुनर्चक्रित हाई-डेंसिटी पॉली एथिलीन (एचडीपीई) के साथ लेपित किया गया है. यह उपलब्धि बांस क्षेत्र और पूरे भारत के लिए उल्लेखनीय है, क्योंकि यह क्रैश बैरियर स्टील का एक सही विकल्प प्रदान करता है और पर्यावरण संबंधी चिंताओं और उनके परिणामों को संबोधित करता है।
स्टील बैरियर का अच्छा विकल्प( better choice)
आत्मनिर्भर भारत और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इसे बेहतर कदम बताया जा रहा है। दरअसल, यह स्टील बैरियर का अच्छा विकल्प है। बता दें कि स्टील के क्रैश बैरियर की रिसाइकिलिंग वैल्यू 30-50% रहती है, जबकि बांस बैरियर की रिसाइकिलिंग वैल्यू 50-70% है।