ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। HelthTips : खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए सभी लोग नमक का सेवन करते हैं। नमक का इतिहास बहुत पुराना है, कहा जाता है कि पुरा-पाषाण काल में खाने को स्टोर करते समय खराब होने से बचाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। एक समय में नमक सिर्फ जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल होता था, लेकिन अब इसका इस्तेमाल खूब किया जाता है। ड्रिंक्स से लेकर खाने की तमाम डिशेज में नमक की बढ़ती मात्रा कई गंभीर बीमारियों का कारण बन रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार दुनिया में अधिकतर मौत अधिक नमक खाने से होती है. हाल ही में ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ (World Health Organisation) ने पहली बार नमक को लेकर ने एक रिपोर्ट जारी किया है. जिसमें साफ-साफ बताया गया है कि ज्यादा सोडियम खाने से यानी नमक खाने से क्या-क्या दिक्कत हो सकती है. रिपोर्ट से पता चलता है कि पूरी दुनिया में यह लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि साल 2025 तक 30 प्रतिशत कम नमक खाने की मुहीम चलाई जाएगी.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोडियम शरीर के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है. लेकिन अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाएगा तो यह दिल की बीमारी, स्ट्रोक और समय से पहले मौत का कारण बन सकता है. जबकि टेबल नमक(सोडियम क्लोराइड) का मेन सोर्स है. साथ ही यह पोषक तत्व सोडियम ग्लोटामेट दूसरे मसालों में भी पाया जाता है.
ज्यादा नमक खाने से इतने लोग हर साल मर रहे हैं
लोगों के डाइट से नमक की कटौती करने की नीतियों को लागू करने में 2030 तक का समय लग सकता है. जिसकी वजह से दुनिया में 70 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है. हालांकि, केवल नौ देशों – ब्राजील, चिली, चेक गणराज्य, लिथुआनिया, मलेशिया, मैक्सिको, सऊदी अरब, स्पेन और उरुग्वे – ने ऐसा किया है. नमक कम खाने के लिए कुछ खास तरह के नियम बनाने बेहद जरूरी है.
दोगुना से भी ज्यादा नमक खाते हैं लोग
पूरी दुनिया में औसत नमक का सेवन हर रोज 10.8 ग्राम होने का अनुमान है. इस कमा कर हर दिन 5 ग्राम यानी एक चम्मच करने का विचार किया जा रहा है. क्योंकि अभी जो फिलहाल हमलोग जिस तरीके से नमक का यूज कर रहे हैं वह ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ के हिसाब से दोगुना से भी अधिक है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा के मुताबिक अनहेल्दी डाइट विश्व स्तर पर मृत्यु और बीमारी का एक प्रमुख कारण है.साथ ही खाने में अधिक सोडियम खाने की वजह से मौत के आंकड़े बढ़े हैं. इससे होने वाली बीमारी प्रमुख है जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक और अन्य हेल्थ संबंधि समस्याओं का जोखिम बढ़ा रहता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक अगर खाने में लोग कम नमक खाएं इस पर कंट्रोल करना है तो हमें कुछ खास और कड़े नियम बनाने पड़ेंगे।