रायपुर : RAIPUR BREAKING : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के जलियांवाला बाग वाले बयान को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्भाग्य बताया कहा, जलियांवाला बाग की बात अरुण साव कह रहे थे मतलब उसके दिमाग में है, पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे थे. पूरा वीडियो देखेंगे तो सबसे ज्यादा आक्रमक, उत्तेजित बीजेपी वाले थे, पुलिसकर्मियों को ज्यादा चोट आई है. नारायणपुर और कवर्धा में किस प्रकार से हुआ बीजेपी का मकसद आवास नहीं था, लॉयन ऑर्डर को खराब करना चाहते है इसलिए जलियांवाला बाग को याद कर रहे है. अंग्रेजों ने बहुत बर्बरता की थी और उसी को मानने वाले हैं यह लोग हैं. इसलिए इस तरह की के बयान दिए हैं, मैं बहुत हतप्रद हूँ जिस प्रकार से उन्होंने बयान दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री आवास के मामले में बार-बार ट्वीट करते हैं 16 लाख हैं, 16 लाख आवास के आवेदन हमें दें. जब भी कोई धरना प्रदर्शन होता है तो ज्ञापन दिया जाता है. जनगणना नहीं होने के कारण गरीब लोग उसका भुगतना भोग रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी क्यों मौन है ? विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कहा जो सर्वे होगा उस से हम सहमत हैं, उसके अलावा उनके पास कोई रास्ता बचा नहीं है, नहीं हितग्राहियों को भी सरकार मकान देगी। जनगणना के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखा गया उस पर बीजेपी के नेताओं ने कुछ नहीं कहा. बीजेपी पर सवाल उठाते हुए सीएम ने कहा, क्या भाजपा अध्यक्ष पुन्नूलाल मोहले के बयान से सहमत हैं. सरकार नया सर्वे जो करा रही उससे सहमत है कि नहीं है? जिस प्रकार से बयान दिया गया उसकी मैं निंदा करता हूं.
लंदन में दिए राहुल गांधी के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, पहली बार हो रहा है कि संसद में सत्ता पक्ष हंगामा कर रहा है. ऐसा लोकसभा में पहली बार देख रहे हैं. विपक्ष पर आरोप लगता था कि विपक्ष सदन चलने नहीं दे रहा है, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है सत्ता पक्ष सदन चलने नहीं दे रहा है. अडानी के मामले में जवाब नहीं देना है इसलिए राहुल गांधी के द्वारा विदेश में जो भाषण दिया गया उसको मुद्दा बनाया जा रहा है, इसके पहले प्रधानमंत्री विदेश यात्रा में थे तब उन्होंने कहा था भारत में जन्म लेना दुर्भाग्यपूर्ण है, इससे ज्यादा कोई खराब बयान नहीं हो सकता। भारत में जन्म लेना हम सबके लिए सौभाग्य है.
नक्सल उन्मूलन को लेकर सीएम ने कहा, आज कैबिनेट में पास हुआ है पुरानी जो नीति थी उसमें काफी सुधार किया गया है. विपक्ष द्वारा शून्यकाल में चिटफंड कंपनियों पर मामले उठाए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, विपक्ष द्वारा स्थगन इस मामले में लाया था लेकिन दुर्भाग्य जनक बात है. जिन लोगों ने चिटफंड कंपनियों के कार्यालय खुलवाएं, जिन लोगों ने रोजगार मेला लगाकर नौजवानों को सर्टिफिकेट दिया वह लोग आज सवाल कर रहे हैं. उसी के कार्यकाल में शुरू हुआ और लोगों ने पैसे लगाए।
तत्कालीन मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्य तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष ,मंत्री सब लोगों ने कार्यालय का उद्घाटन किया। इसी को देखकर सभी लोगों ने पैसा लगाया, पैसा डूब गया सहारा इंडिया तो पूरे देश में है. सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन वहां एक कमेटी बनाई है, लेकिन आज तक न भारत सरकार वापस करा पाई है ना कोई राज्य वापस करा पाया है. केवल छत्तीसगढ़ है जो सैकड़ों डायरेक्टरों को जेल के पीछे भेज दिया है. दूसरा उनके संपत्तियों को कुर्क करके उन गरीबों तक पैसा गरीबों का वापस कर चुके हैं. यह प्रक्रिया नियंत्रण जारी है. लेकिन इस गति से मैं भी संतुष्ट नहीं हूं, क्योंकि इसीलिए छत्तीसगढ़ के बाहर भी इसकी संपत्ति मनी लांड्रिंग का केस है, इसीलिए हम कहते हैं ईडी इससे बढ़िया आदर्श केस कोई दूसरा नहीं मिलेगा, लेकिन डायरेक्टर स्वीकार नहीं कर रहा. मैंने आईडी के डायरेक्टर को पत्र भी लिखा एचएम को भी चिट्ठी लिखा, लेकिन वह लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं, गरीब आम जनता का पैसा है. किसान मजदूर गांव शहर मध्यमवर्ग निम्न आय वर्ग के लोगों ने पैसा डाला है, हजारों करोड़ रुपए लेकर भागे हैं या पैसा वापस आना चाहिए। लेकिन अब लबरा के नौ नगर, इनको शर्म भी नहीं आती है. अनमोल इंडिया के मामले में आप तो पूर्व राज्यसभा सांसद बेल में है कोर्ट के आदेश पर एफआईआर हुआ था, कम से कम पूर्व मुख्यमंत्री उसी पैसे को वापस करा दे।