रायपुर। CG VIDHANSABHA : सदन की कार्यवाही आज दूसरी बार बाधित हुई। प्रश्नकाल में जहां प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर विपक्ष ने वाकआउट किया था, तो वहीं शून्यकाल में राशन घोटाले पर स्थगन के मुद्दे पर विपक्ष ने बहिर्गमन किया। प्रश्नकाल जैसे ही समाप्त हुआ, विपक्ष ने शून्यकाल में राशन दुकानों में चावल और राशन घोटाला का मामला उठाया और इस मामले में लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पीडीएस में घोटाले का लगाया आरोप, कहा कि 13391 राशन दुकानों में से 5398 दुकानों में गड़बड़ी हुई है, 600 करोड़ का घोटाला हुआ है।
विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि गरीबों को मिलने वाला चना, गुड़ चावल, नमक शक्कर में करोड़ों का भ्रष्टाचार हो रहा, ऑनलाइन पोर्टल से इसे गायब किया गया। भाजपा के विधायकों ने इस घोटाले की जांच कराए जाने की मांग करते हुए चर्चा कराए जाने की मांग की। भाजपा विधायक रंजना साहू ने आरोप लगाया की घोटाले का राशन कांग्रेसियों के घर जा रहा है।
विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने शोर शराबा शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष के विधायकों ने नान घोटाले का जिक्र किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि ये सुनियोजित भ्रष्टाचार है गरीबों का अनाज का मामला है । इस पर शासन का पक्ष रखते हुए खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि ये सही नहीं है की 2018 पीडीएस सिस्टम को ग्रहण लग गया है । शासन द्वारा बायोमेट्रिक सिस्टम से राशन का वितरण किया जा रहा है । शिकायत पर राशन दुकानों की जांच कराई गई है। जहां गड़बड़ी पाई है, वहां प्रकरण दर्ज कर नोटिस जारी किया गया है। कार्यवाही की जा रही है। राशन की वसूली की जा रहा है, 4 करोड़ 55 लाख की वसूली की गई है, दुकानें भी निरस्त की गई है।