रायपुर। CG VIDHANSABHA : बजट सत्र के 12वे दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज गंभीर मुद्दों पर गर्मागर्म बहस और नोंकझोंक के बीच विधायकों के बीच गजब का हास-परिहास भी होता है। सोमवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ। दो विधायकों की शादी पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने चिंता जताई। इसे लेकर जमकर हास-परिहास हुआ।
प्रश्नकाल के दौरान चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि वे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा दिए गए जवाब से संतुष्ट हैं. इसके बाद उन्होंने आग्रह किया कि इस बार भई अच्छे से खाद-बीज भेज दीजिएगा।
शिवरतन शर्मा ने कहा कि जवाब से तो संतुष्ट हो गए हैं। साढ़े चार हो गए लेकिन शादी नहीं हुई है। मंत्रीजी से मांग ले बिहाव के व्यवस्था हो जाही का।
मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि वो हमारे पक्ष के आदरणीय साथी हैं। इतनी चिंता को प्रतिपक्ष को करनी चाहिए न।
शिवरतन ने कहा – इसी चिंता से अवगत करा रहा हूं कि आप कुछ नहीं कर रहे हैं।
चौबे ने कहा – मेरी बात को समझ लीजिए कि रामकुमार जी अविभाजित जांजगीर जिले
“आगे विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि अविभाजित जांजगीर जिले के अविवाहित विधायक हैं।
चौबे ने कहा कि आसंदी पर जांजगीर जिले से माननीय अध्यक्ष जी बैठे हैं. धरमलाल कौशिक जी के दुर्भाग्य से और आपके (नारायण चंदेल की ओर देखते हुए) सौभाग्य से जांजगीर जिले से ही माननीय नेता प्रतिपक्ष बैठे हैं. तब भी आप लोग नहीं करा
शर्मा ने कहा – चिंता इस बात की है कि बलौदाबाजार जिले में भी एक कुंवारी विधायक है. जांजगीर जिले में भी एक कुंवारा विधायक है तो सरकार को चिंता तो करनी चाहिए. सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों की चिंता नहीं कर रहे हैं।
चौबे बोले – बलौदाबाजार भाटापारा जिले की चिंता इसलिए नहीं है कि वो जब खड़ी होती है तो हमारे मामाजी पुन्नूलाल मोहले खड़े हो जाते हैं. लेकिन जांजगीर जिले की चिंता तो करनी पड़ेगी न।
अजय चंद्राकर ने कहा कि राजिम में माननीय मुख्यमंत्री ने इनके (शकुंतला साहू) गोत्र के बारे में बताकर घोषणा की थी कि इसके लिए वर खोजेंगे. इसको भी माननीय अध्यक्ष महोदय, विधानसभा में की गई घोषणाएं मान लेनी चाहिए.”
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि अध्यक्षजी मेरा काम दुल्हा खोजने का नहीं, अपराधी खोजने का है.
स्पीकर डॉ. महंत ने मुस्कुराते हुए कहा, कोई अच्छा अपराधी ही खोज दीजिए न.
चंद्राकर ने कृषि मंत्री से पूछा कि आपके मामाजी (पुन्नूलाल मोहले) उनके दादाजी हैं क्या?
नारायण चंदेल ने कहा – रामकुमार जी की कुंडली हम मंगवाए हैं. हम और अध्यक्षजी लगे हैं. कुंडली मिलवा रहे हैं।
चौबे ने कहा – अध्यक्ष जी कुंडली देखने का काम हमारा है. कुंडली मंगवा कर आप कर भी क्या लेंगे. हमने देखा है, रामकुमार जी के भाग्य में विवाह लिखा ही नहीं है.
चंद्राकर ने कहा – ऐसा भी हो सकता है कि रामकुमार जी विवाह लड़की से नहीं, बछिया से हो सकता है।
स्पीकर डॉ. महंत ने कहा – आप जांजगीर जिले की तारीफ करते समय माननीय भूल गए कि अध्यक्ष भी वहीं के हैं, नेता प्रतिपक्ष भी वहीं के हैं और सचिव भी वहीं के हैं।
चौबे ने कहा कि वे सचिव के बारे में नहीं बोल पाए।”