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योजना के तहत कुल 303 हितग्राहियों के 454.57 एकड़ भूमि में विभिन्न प्रजातियों के कुल 3 लाख 20 हजार 183 पौधों का रोपण किया जायेगा* योजना का लाभ उठाने अपीलगरियाबंद 21 मार्च 2023/ राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभारंभ आज विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर गरियाबंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम दसपुर में भूमि स्वामी श्री लोकेश ध्रुव के 2 एकड़ जमीन पर 1800 नीलगिरी के पौधे रोपण कर किया गया।विदित है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना का राज्यव्यापी शुभारंभ किया । यह किसानों की निजी भूमि पर वृक्षारोपण कर ग्रामीणों की आय बढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में ग्रीन कवर बढ़ाने की एक महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्द्ध शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाऐं, निजी शिक्षण संस्थाऐं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाऐ, पंचायते तथा भूमि अनुबंध धारक इंस योजना का लाभ ले सकते है। हितग्राही की निजी भूमि में 05 एकड़ तक रोपण हेतु 100 प्रतिशत तथा 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान शासन द्वारा हितग्राहियों को प्रदाय किया जावेगा। राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36000 एकड़ के मान से कुल 05 वर्षों में 180000 एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जावेगा, जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सकें। वनक्षेत्र से बाहर लकड़ी के उत्पादन बढ़ने से काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी कृषकों को अतिरिक्त आय प्राप्त होने का संभावना है। योजना अंतर्गत क्लोनल नीलगिरी, टिश्यू कल्चर बांस,सागौन, मालाबार नीम जैसे आर्थिक लाभ देने वाले पौधों का रोपण किया जाएगा।
आज यहां गरियाबंद के ग्राम दसपुर में आयोजित इस महती आयोजन के मुख्य अतिथि जिला तेंदूपत्ता यूनियन के अध्यक्ष श्री कल्याण सिंह कपिल, अध्यक्षता जिला पंचायत वन सभापति श्रीमती धनमती यादव एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व संसदीय सचिव श्री गोवर्धन मांझी, जनपद सभापति छुरा श्रीमती रजनी सतीश चौरे, वृंदा साहू,दसपुर की सरपँच श्रीमती अनिता ध्रुव , बालमुकुंद मिश्रा, नरेंद्र ध्रुव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि थे। इस अवसर पर वन सरंक्षण सह वनमण्डलाधिकारी मणिवासगन एस, एसडीओ फिंगेश्वर उदयसिंह ठाकुर, एसडीओ गरियाबंद श्री मनोज चन्द्राकर,वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।इस अवसर पर वन संरक्षक सह प्रभारी वनमण्डलाधिकारी श्री मणिवासगन एस ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 21 मार्च 2023 को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर “मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभांरभ किया गया। जिला में वन परिक्षेत्र, गरियाबंद के ग्राम दशपुर में किया गया। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ अवश्य उठाएं। 5 एकड़ तक शत प्रतिशत अनुदान है। बॉस और नीलगिरी का पौधा चार साल में फायदा देना शुरू कर देगा। बेचने की जवाबदेही विभाग की होगी। आयोजन में अतिथियों ने भी सम्बोधित किया एवं सबको इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। गरियाबंद वनमण्डल अंतर्गत योजना के तहत कुल 303 हितग्राहियों के 454.57 एकड़ भूमि में विभिन्न प्रजातियों के कुल 3 लाख 20 हजार 183 पौधों का रोपण किया जायेगा। जिसमें माह मार्च में सिंचित क्षेत्र में 47 एकड़ भूमि पर कुल 14 हजार 276 वाणिज्यिक प्रजाति के पौधा रोपण किया जायेगा।
ग्राम दसपुर के भूमि स्वामी व योजना के हितग्राही लोकेश ध्रुव ने बताया कि उन्हें उनकी पड़त भूमि को लेकर चिंता थी लेकिन जैसे इस योजना के बारे में पता चला उन्होंने तत्काल अपने दो एकड़ पड़त भूमि पर 1800 नीलगिरी पौधे लगाने हेतु सहमति दे दी। उन्होंने कहा कि इस योजना से वास्तव में भूमि का उपयोग और आर्थिक लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना अंतर्गत 187 हितग्राहियों को प्रमाण पत्र सौपे गए तथा 271 लाख रुपये की राशि संबंद्धित के खाते में ऑनलाइन ट्रान्सफर किया गया।
योजना के तहत कुल 303 हितग्राहियों के 454.57 एकड़ भूमि में विभिन्न प्रजातियों के कुल 3 लाख 20 हजार 183 पौधों का रोपण किया जायेगा* योजना का लाभ उठाने अपील
गरियाबंद 21 मार्च 2023/ राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभारंभ आज विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर गरियाबंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम दसपुर में भूमि स्वामी श्री लोकेश ध्रुव के 2 एकड़ जमीन पर 1800 नीलगिरी के पौधे रोपण कर किया गया।
विदित है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना का राज्यव्यापी शुभारंभ किया । यह किसानों की निजी भूमि पर वृक्षारोपण कर ग्रामीणों की आय बढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में ग्रीन कवर बढ़ाने की एक महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्द्ध शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाऐं, निजी शिक्षण संस्थाऐं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाऐ, पंचायते तथा भूमि अनुबंध धारक इंस योजना का लाभ ले सकते है। हितग्राही की निजी भूमि में 05 एकड़ तक रोपण हेतु 100 प्रतिशत तथा 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान शासन द्वारा हितग्राहियों को प्रदाय किया जावेगा। राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36000 एकड़ के मान से कुल 05 वर्षों में 180000 एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जावेगा, जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सकें। वनक्षेत्र से बाहर लकड़ी के उत्पादन बढ़ने से काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी कृषकों को अतिरिक्त आय प्राप्त होने का संभावना है। योजना अंतर्गत क्लोनल नीलगिरी, टिश्यू कल्चर बांस,सागौन, मालाबार नीम जैसे आर्थिक लाभ देने वाले पौधों का रोपण किया जाएगा।
आज यहां गरियाबंद के ग्राम दसपुर में आयोजित इस महती आयोजन के मुख्य अतिथि जिला तेंदूपत्ता यूनियन के अध्यक्ष श्री कल्याण सिंह कपिल, अध्यक्षता जिला पंचायत वन सभापति श्रीमती धनमती यादव एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व संसदीय सचिव श्री गोवर्धन मांझी, जनपद सभापति छुरा श्रीमती रजनी सतीश चौरे, वृंदा साहू,दसपुर की सरपँच श्रीमती अनिता ध्रुव , बालमुकुंद मिश्रा, नरेंद्र ध्रुव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि थे। इस अवसर पर वन सरंक्षण सह वनमण्डलाधिकारी मणिवासगन एस, एसडीओ फिंगेश्वर उदयसिंह ठाकुर, एसडीओ गरियाबंद श्री मनोज चन्द्राकर,वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
आज यहां गरियाबंद के ग्राम दसपुर में आयोजित इस महती आयोजन के मुख्य अतिथि जिला तेंदूपत्ता यूनियन के अध्यक्ष श्री कल्याण सिंह कपिल, अध्यक्षता जिला पंचायत वन सभापति श्रीमती धनमती यादव एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व संसदीय सचिव श्री गोवर्धन मांझी, जनपद सभापति छुरा श्रीमती रजनी सतीश चौरे, वृंदा साहू,दसपुर की सरपँच श्रीमती अनिता ध्रुव , बालमुकुंद मिश्रा, नरेंद्र ध्रुव एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि थे। इस अवसर पर वन सरंक्षण सह वनमण्डलाधिकारी मणिवासगन एस, एसडीओ फिंगेश्वर उदयसिंह ठाकुर, एसडीओ गरियाबंद श्री मनोज चन्द्राकर,वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
इस अवसर पर वन संरक्षक सह प्रभारी वनमण्डलाधिकारी श्री मणिवासगन एस ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 21 मार्च 2023 को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर “मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभांरभ किया गया। जिला में वन परिक्षेत्र, गरियाबंद के ग्राम दशपुर में किया गया। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ अवश्य उठाएं। 5 एकड़ तक शत प्रतिशत अनुदान है। बॉस और नीलगिरी का पौधा चार साल में फायदा देना शुरू कर देगा। बेचने की जवाबदेही विभाग की होगी। आयोजन में अतिथियों ने भी सम्बोधित किया एवं सबको इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। गरियाबंद वनमण्डल अंतर्गत योजना के तहत कुल 303 हितग्राहियों के 454.57 एकड़ भूमि में विभिन्न प्रजातियों के कुल 3 लाख 20 हजार 183 पौधों का रोपण किया जायेगा। जिसमें माह मार्च में सिंचित क्षेत्र में 47 एकड़ भूमि पर कुल 14 हजार 276 वाणिज्यिक प्रजाति के पौधा रोपण किया जायेगा।
ग्राम दसपुर के भूमि स्वामी व योजना के हितग्राही लोकेश ध्रुव ने बताया कि उन्हें उनकी पड़त भूमि को लेकर चिंता थी लेकिन जैसे इस योजना के बारे में पता चला उन्होंने तत्काल अपने दो एकड़ पड़त भूमि पर 1800 नीलगिरी पौधे लगाने हेतु सहमति दे दी। उन्होंने कहा कि इस योजना से वास्तव में भूमि का उपयोग और आर्थिक लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना अंतर्गत 187 हितग्राहियों को प्रमाण पत्र सौपे गए तथा 271 लाख रुपये की राशि संबंद्धित के खाते में ऑनलाइन ट्रान्सफर किया गया।
ग्राम दसपुर के भूमि स्वामी व योजना के हितग्राही लोकेश ध्रुव ने बताया कि उन्हें उनकी पड़त भूमि को लेकर चिंता थी लेकिन जैसे इस योजना के बारे में पता चला उन्होंने तत्काल अपने दो एकड़ पड़त भूमि पर 1800 नीलगिरी पौधे लगाने हेतु सहमति दे दी। उन्होंने कहा कि इस योजना से वास्तव में भूमि का उपयोग और आर्थिक लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना अंतर्गत 187 हितग्राहियों को प्रमाण पत्र सौपे गए तथा 271 लाख रुपये की राशि संबंद्धित के खाते में ऑनलाइन ट्रान्सफर किया गया।