बैकुंठपुर। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा को अलग करने वाली मवई नदी के किनारे जंगल के रास्ते 20 लाख कीमत के 100 मवेशियों की तस्करी कर हांकते हुए ले जाने के दौरान पुलिस ने 7 तस्कराें को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। वहीं जब्त मवेशियों को गोठान के सुपुर्द कर दिया है।
बता दें कि घना जंगल होने की वजह से इन रास्तों का उपयाेग पशु तस्कर अक्सर मवेशियों को पैदल ले जाने के लिए करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मध्यप्रदेश के शहडोल से सीधी जिला जाने के लिए छत्तीसगढ़ से बहने वाली मवई नदी को पार करना पड़ता है। यही वजह है कि यहां की पुलिस पशु तस्करों को पकड़ लेती है।
मुखबिर से सूचना मिलने पर यह कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें सात तस्कर जिनमें रामकरण पिता छोटेलाल निवासी ग्राम खाड़ाखोह, राजेश यादव पिता गोविंद निवासी ग्राम कुंदौर थाना कुसमी जिला सीधी मप्र, बजुला पिता रामलखन, महेश पिता बलजीत, सियाराम पिता रामसुपाल, बृजेश पिता नन्दलाल, श्रीकांत पिता दउवा प्रसाद यादव निवासी ग्राम कुंदौर थाना कुसमी जिला सीधी द्वारा अवैध रूप से मवेशियों को हांकते- खदेड़ते तस्करी कर कदौड़ी जिला शहडोल से मड़वास जिला सीधी की ओर मवई नदी के किनारे जंगल के रास्ते ले जा रहे थे। पूछताछ करने पर पता चला कि हांकते हुए इन मवेशियों को बूचड़खाना ले जाया जा रहा था।