सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कालामांजन से लगे जंगल में घायल पड़े बाघ को रेस्क्यू कर लिया गया है। बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में किया गया बंद, बाघ के उपचार में लगी तीन सदस्यी डॉक्टरों की टीम, इलाज के बाद बाघ को सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की वन विभाग कर रहा तैयारी।
बाघ को पिंजरे में रख विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा है। बाघ के शरीर में कई जगह गंभीर चोट है। उसे वन विभाग अभी अपनी सुरक्षा में ही रखेगा।
विशेषज्ञ पशु चिकित्सक उसके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगे सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड के कालामांजन के जंगल में लकड़ी लेने गए तीन युवकों पर सोमवार की सुबह बाघ ने हमला कर दिया था। प्राण रक्षा के लिए युवकों ने भी टांगी से बाघ कई वार किए थे।
बाघ के हमले से दो युवकों की मौत हो गई थी। एक युवक अभी भी गंभीर रूप से घायल है। इधर टांगी के प्रहार से घायल बाघ भौगोलिक रूप से कठिन परिस्थिति वाले क्षेत्र में झाड़ियों के बीच गिरा पड़ा था। सोमवार को पूरे दिन घटना को लेकर ओड़गी क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ था।