CG NEWS : भिलाई। महिलाओं पर सार्वजनिक रूप से अत्याचार करने वाले,महिलाओं को मारने पीटने वाले बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारियों के खिलाफ हिंदू संगठन एक हो गया है। बीएसपी तुझसे बैर महिलाओं पर अत्याचार करने वालो की खैर नहीं। इसी नारे के साथ अब भिलाई के सभी हिन्दू संगठन एकजुट होकर आवाज बुलंद करेंगे और मोर्चा बोलेंगे। पीड़ित पंडितों और महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए अब बीएसपी एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट का घेराव किया जाएगा। इसकी तैयारी कर ली गई है। अब महिलाओं के इंसाफ और मान सम्मान के लिए बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। एक बड़ी मोर्चा खोला जाएगा।
गौरतलब है कि गत दिनों सेक्टर 9 हनुमान मंदिर के पास डोम शेड निर्माण को लेकर बीएसपी के अधिकारियों ने मंदिर के पुजारियों और महिलाओं पर हाथ उठाया उनके साथ झुमा छुटकी की मारपीट की। सिर्फ यही नहीं महिलाओं पर सार्वजनिक रूप से सब के सामने अत्याचार किया। महिलाओं के मान सम्मान, आत्मविश्वास को ठेंस पहुंचाया गया। सिर्फ यही बीएसपी के अफसरों ने जन भावनाओं और पूरे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचा या है। और ऐसा भिलाई में पहली बार नहीं हो रहा है।इससे पहले भी बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के कुछ अधिकारियों ने जानबूझकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए, धार्मिक व सांप्रदायिक माहौल को खराब करने के लिए सेक्टर 8 स्थित मंदिर को भी तोड़ा था। उस समय भी लोगों ने मंदिर नहीं तोड़ने का अनुरोध किया था। बावजूद लोगों की आस्था के मंदिर पर अधिकारियों ने अपने ईगो सेटिस्फाइड करने जेसीबी चलवा दी और मंदिर तोड़ दिया था। हिंदू संगठन ने जमकर विरोध किया था तब कहीं जाकर बीएसपी के अधिकारियों ने माफी मांगी थी। उस समय इन पर कोई कार्यवाही नहीं कि गई थी।इस लिए इनके हौसले बुलंद हो गए और फिर से हिंदुओं की आस्था और महिलाओं की अस्मिता कुचलने का दुःसाहस किए है।
कल सेक्टर 9 हनुमान मंदिर जहां सिर्फ भिलाई ही नहीं पूरे प्रदेश के नागरिकों की आस्था बस्ती है,जहां हर रोज हजारों भक्त हनुमान जी के दर्शन करने जाते हैं। उन भक्तों की सुविधाओं के लिए निर्माण किए जा रहे हैं डोम शेड को तोड़ने का प्रयास कर बीएसपी के अधिकारी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। और उन्हें दबाने, कुचलने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब हिंदू संगठन शांत नहीं रहेगा और हिंदुत्व के अस्तित्व के लिए महिलाओं की अस्मिता को बचाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेगा। हिंदू संगठनों ने यह भी आह्वान किया है कि यह लड़ाई बीएसपी प्रबंधन या बीएसपी के खिलाफ नहीं है बल्कि हर लड़ाई उन अत्याचारी अधिकारियों के खिलाफ है जो पंडितों और महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानते और उनके साथ दुर्व्यवहार किए हैं।
ओए और बीएसपी अफसर सत्य का साथ देंगे या अत्याचारियों को संरक्षण?
कल पंडितों और महिलाओं के साथ में अत्याचार की पूरी जानकारी बीएसपी प्रबंधन और ऑफिसर एसोसिएशन के अधिकारियों पदाधिकारियों को है। ऑफिसर एसोसिएशन के अधिकारियों ने मामला को लेकर मौके पर पहुंचे भी थे पर अब तक बीएसपी प्रबंधन के बड़े अफसर और ऑफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने यह साफ नहीं किया है कि वह जिनके साथ है? क्या वे सत्य के साथ हैं जो सच्चाई के लिए धर्म के लिए संघर्ष कर रहे पंडितों और महिलाओं के साथ हैं? या फिर जिन लोगों ने महिलाओं और पंडितों पर अत्याचार किया। जिन्होंने शहर की धार्मिक सद्भावना को सांप्रदायिक माहौल को खराब करने की कोशिश की है। ऐसे अधिकारियों को संरक्षण देंगे। यदि बीएसपी प्रबंधन और ऑफिसर एसोशिएशन के पदाधिकारियों के मन मे दिल मे महिलाओं, पंडितों, ही हिंदुत्व के लिए तजोड भी आदर है,मान सम्मान है तो उन्होंने अब एक अनैतिक, धर्म विरोधी कार्य करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं कि। या फिर वे अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाह रहे है।