उन्होंने बताया कि, प्रदीप शनिवार दोपहर ही अपनी नानी के साथ गांव आया था। उसके बाद शाम को टहलने के लिए निकल गया। रात को लौटा तो सभी ने साथ में खाना खाया और फिर सोने के लिए चले गए। सुबह सोकर उठे तो प्रदीप अपने बिस्तर पर नहीं था। उन्हें लगा कि कहीं अपने दोस्तों के पास घूमने गया होगा। इसी बीच स्टेशन में किसी युवक के फंदे पर लटकने की जानकारी मिली। जब वह देखने गए तो पता चला कि उसका बेटा प्रदीप ही था। इसकी सूचना उसने घरवालों को दी।