रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों का समय पर निराकरण नहीं होने के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी निराशा एवं आक्रोश को देखते हुए रविवार को संघ के प्रांतीय कार्यालय रायपुर में संघ महासमिति की बैठक आयोजित की गयी ।बैठक में संघ के समस्त प्रांतीय पदाधिकारी, समस्त संभाग अध्यक्ष, समस्त जिला अध्यक्ष, एवं विभिन्न प्रकोष्ठ के प्रांतीय व संभाग संयोजक की उपस्थिति एवं उन सबके सुझाव से यह निर्णय लिया गया है कि कर्मचारियों की मांगों को पूर्ण कराने के लिए अनिश्चित कालीन आन्दोलन करने से गरीब जनता को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है तथा अपूरणीय क्षति के रूप में जनहानि होने से स्वास्थ्य कर्मचारी भी भारी आहत होते हैं ।
इसलिए विभिन्न अध्यक्षों एवं सदस्यों ने बहुमत में यह सुझाव दिया कि स्वास्थ्य सेवाएं पुर्णतः ठप्प करने व् उसके कारण उत्पन्न विभीषिकाओं से से कहीं न कहीं हमारे परिवार एवं कर्मियों को भी मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है, तथा सामाजिक एवं नैतिक रूप से इसका जिम्मेदार होने का अहसास होता है, किन्तु शासन प्रशासन को इससे फर्क नहीं पड़ने पर भारी पीड़ा भी महसूस होती है । इसलिए महासमिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 6 अप्रेल को स्वास्थ्य भवन का एतिहासिक घेराव किया जाएगा।
32 मांगों पर सहमती बनी तथा कार्यवाही का आश्वाशन संचालक द्वारा दिया गया था
महासमिति की बैठक में उपस्थित समस्त की सहमति से यह निर्णय लिया गया है कि आगामी मई माह के अंत तक सभी ब्लाक जिला तथा संभाग में पदाधिकारी बैठक एवं दौरा करेंगे उसके बाद जून माह के द्वितीय सप्ताह में अनिश्चित कालीन आन्दोलन की घोषणा की जाएगी । संघ के प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा एवं महामंत्री अश्वनी गुर्देकर ने संयुक्त बयान जारी कर बताया संचालक चिकित्सा शिक्षा कार्यालय में संचालक के साथ दिनांक 24 फरवरी को आहूत परामर्शदात्री समिति की बैठक जिसमें लगभग 32 मांगों पर सहमती बनी तथा कार्यवाही का आश्वाशन संचालक द्वारा दिया गया था, किन्तु कार्यवाही किया जाना तो दूर चिकित्सा शिक्षा संचालक द्वारा आज दिननक तक मीटिंग मिनट्स भी जारी नहीं किये गए हैं, डी.के.एस. अस्पताल की व्यवस्था में सुधार हेतु मांग की गयी थी, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी है ।
चतुर्थ श्रेणी एवं अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान लाभ दिया जाय
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं से मांग की गयी है कि शासन को प्रेषित वेतन विसंगति को दूर करने के लिए शासन को पुनः स्मरण कराया जाय, विभिन्न मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालयों के अधीनस्थ फार्मासिस्ट ग्रेड-2, ड्रेसर, चतुर्थ श्रेणी एवं अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान लाभ दिया जाय, विभिन्न संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालयों द्वारा स्टाफ नर्स, नेत्र सहायक अधिकारी, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, एवं संचालनालय स्तर पर नर्सिंग सिस्टर, मैट्रन व अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान लाभ दिया जाय, स्टाफ नर्स को पूर्व की भांति 3-4 वेतन वृद्धि देने तथा लाभान्वितों की वसूली पर रोक लगायी जाय, स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग अधिकारी तथा नर्सिंग सिस्टर का सीनियर नर्सिंग अधिकारी किया जाय, विभागान्तर्गत फार्मासिस्ट ग्रेड-2, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ एवं अन्य को भी सी.आर.एम.सी. भत्ता दिया जाय, स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी पुलिस विभाग की तरह 1 वर्ष में 13 माह का वेतन दिया जाय।
एक्स रे विभाग / रेडियोथेरेपी के समस्त स्टाफ को 25% विकिरण भत्ता दिया जाय
एकल संवर्ग के तकनिकी पदों जैसे नेत्र सहायक अधिकारी, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 (पदोन्नति लगभग नगण्य) आदि समस्त तकनिकी पदों के लिए चार स्तरीय पदोन्नति चेनल बनाया जाय, सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स का उन्नयन कर डिग्री पाठ्यक्रम किया जाय, एक्स रे विभाग / रेडियोथेरेपी के समस्त स्टाफ को 25% विकिरण भत्ता दिया जाय, ड्रेसर पद पर वर्ष 2013 के पूर्व नियुक्त कर्मचारियों को भी समयमान वेतन मान का लाभ देते हुए पदनाम आर्थोपेडिक तकनीशियन किया जाय, चिकित्सालयों / स्वास्थ्य केन्द्रों का ओ.पी.डी. समय केवल एक पाली में सुबह 9 बजे से 2 बजे तक रखा जाय, 2 बार का ओ.पी.डी. समय (सुबह 8-2 एवं शाम 5-6) अत्यंत अनुचित है कर्मचारी को 2 बार अस्पताल आना जाना कठिन है, स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य संस्था / स्वास्थ्य केंद्र के आसपास शासकीय आवास की सुविधा दी जाय।
आदेश के बिंदु 7 को विलोपित किया जाय और सबको समान आँका जाय
स्वास्थ्य विभाग के आदेश में आर.एम.ए. को समस्त कर्मचारियों से ऊपर होना उल्लेखित किया गया है, विभाग में नर्सिंग, फार्मेसी व अन्य की योग्यता आर. एम. ऐ. से अधिक है, उस आदेश के बिंदु 7 को विलोपित किया जाय और सबको समान आँका जाय, स्थानातरण निति का उल्लंघन करते हुए संभागीय संवर्ग के कर्मचारियों का स्थानांतरण CMHO द्वारा जिले के अन्दर किया गया इसके तहत बलौदा बाज़ार जिले में दुर्गेश सिंह बंजारे नेत्र सहायक अधिकारी का स्थानांतरण निति के खिलाफ किया गया, मनमाना ट्रान्सफर के लिए जशपुर CMHO को निलंबित किया जाय, गलत जानकारी देकर 10 मेडिकल लैब टेक्नोलोजिस्ट के गलत ट्रान्सफर के लिए जिम्मेदार बिलासपुर CMHO को निलंबित किया जाय, गलत प्रोमोशन करने वाले संयुक्त संचालक बस्तर को निलंबित किया जाय।
मांगों के निराकरण नहीं होने के कारण स्वास्थ्य भवन का घेराव
NHM अंतर्गत NCD एवं फॅमिली प्लानिंग के काउंसलर का वेतन मात्र 11000/- दिया जा रहा है अतः NHM के बाकि काउंसलर के लिए स्वीकृत वेतन 25000/- इन्हें भी दिया जाय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत समस्त अधिकारी / कर्मचारी को शासन घोषणा अनुरप नियमित किया जाय तथा नियमित होने तक 62 वर्ष की सेवा की सुरक्षा / गारंटी दी जाय, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयों के लिए भारत सरकार द्वारा जारी निर्देश अनुरूप प्रतिमाह 25000/- रूपये वेतन एवं 15000/- रूपये कार्य आधारित वेतन प्रतिमाह प्रदान किया जाय, पी.ऐ. डी. ऐ., काउंसलर, द्वितीय ऐ. एन. एम. की वेतन विसंगति दूर करते हुए नियमानुसार प्रति 3 वर्ष में रेशनालाईजेशन समिती द्वारा होने वाले वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाय, NHM कर्मचारियों को गृह ग्राम में स्थानांतरण की छुट दी जाय, CHO एवं अन्य कर्मचारियों को शासन, मानव संसाधन निति 2018 एवं कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ दिया जाय, आयुष विभाग में वर्षों से कार्यरत अंशकालिक स्वच्छ्कों को पूर्णकालिक / नियमित किया जाय l इन मांगों के निराकरण नहीं होने के कारण स्वास्थ्य भवन का घेराव हजारों स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जायेगा ।
महासमिति की बैठक प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न
महासमिति की बैठक प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई, बैठक को कार्यकारी प्रांताध्यक्ष रविन्द्र तिवारी एवं प्रदीप बोगी, एवं एस. पी. देवांगन, अश्वनी गुर्देकर, सैय्यद असलम, राजेंद्र यादव, अनिल पाण्डेय, अजय परिहार, भूपेंद्र रॉय, एस.एस.सोनी, राकेश तिवारी, सतीश पसेरिया, बी. के. शुक्ला, एस. के. पांडे, धनेश्वरी साहू, प्रफुल्ल पाल, प्रमेश पाल, सरिता सिंह, लक्ष्मीप्रसाद बनर्जी, सुमित दुबे, अजय नायक, सत्येन्द्र गुप्ता, विकास यादव, आयोध्या प्रसाद जाईसवाल, श्यामाप्रसाद तिवारी, लच्छी तंदन, उमेंद्र पटेल, रविंद्र कंवर, रमेश सोनबोइर, विजय कुमार दौरे, भानु कुमार डडसेना, श्यामा देवी साहू, नेमिका तिवारी, पी. डी. विश्वकर्मा, गौतम रात्रे, संतोष गिरी, संतोष कुमार देवांगन, हरिशंकर साहू, कमलेश उसेंडी, अशोक डेहरिया, नितेश सिन्हा, संध्या मोवले, अमरु साहू, ललित सिंह ध्रुव, नरेन्द्र तिवारी, अवनीश यादव, देवेन्द्र साहू, श्याम कान्त तिवारी, दुर्गेश त्रिपाठी, धनेश प्रताप सिंह, अमित चौरसिया, सबीना मंसूरी, विनोद मटाले, सुभाष सहारे, पी.आर.अजय, मदनलाल साहू, समीरा टंडन, उमेन्द्र पटेल, शैलिशिया मिंज, ने संबोधित किया ।