धमतरी। CG NEWS : जिले में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति भारत की पुरानी पद्धति अपनाया जा रहा है। जिससे लोगों के सफल इलाज करते थे, उस वक्त आयुर्वेद के लिए वेद राज उपलब्ध हुआ करते थे जो जानकारियां देकर आयुर्वेद जड़ी बूटियों से लोगों का सफल इलाज किया करते थे उस वक्त लोग वेदराज के कहने पर ही दवाइयां की मात्रा तय करते थे जिसकी वजह यह रही कि आयुर्वेद के साइड इफेक्ट नहीं होते थे मगर आज लोग बिना चिकित्सकीय सलाह के आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन कर नुकसान उठा रहे हैं लोगों में यह भ्रांतियां हैं कि आयुर्वेदिक दवाइयों के साइड इफेक्ट नहीं होते मगर एक कहावत बरसों पुरानी है।
बता दें कि अति सर्वत्र वर्जित किसी भी चीज को बिना मात्रा जाने अपने आप ही आप अगर चिकित्सक बन जाएंगे। तो उसका साइड इफेक्ट जरूर होगा, बीमारी और इलाज के बीच में एक अहम कड़ी है, डॉक्टर्स मगर लोग यहीं पर गलती कर बैठते हैं उन्हें लगता है कि आयुर्वेदिक दवाइयों के तो साइड इफेक्ट नहीं होते और हम इसे ले सकते हैं जिसकी वजह से अब साइड इफेक्ट के मामले भी सामने आने लगे हैं। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बिना डॉक्टरी सलाह के आप किसी भी दवाइयों का सेवन ना करें वरना साइड इफेक्ट जरूर होंगे।