रायपुर। Raipur News : छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों का समय पर निराकरण नहीं होने के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी निराशा एवं आक्रोश व्याप्त हो गया था जिससे क्षुब्ध होकरपूर्व घोषित निर्णय अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सम्मिलित रूप से लगभग 5000 की संख्या में नया रायपुर( naya raipur) स्थित धरना स्थल तूता में जोरदार धरना देकर प्रदर्शन किया ।
प्रदर्शन के बाद 2 बजे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार टाइम स्क्वायर स्वास्थ्य भवन, के घेराव के लिए प्रस्थान किया जिसे पुलिस बल द्वारा बीच में ही रोक दिया गया तथा एस डी एम को अपनी मांगों का ज्ञापन देने की समझाईश दी गयी ।
स्वास्थ्य मिशन के नाम का ज्ञापन एस डी एम रायपुर ( SDM)को सौंपा गया
आन्दोलन कारियों द्वारा मजबूर होकर स्वास्थ्य भवन घेराव को स्थगित करते हुए अपनी मांगों का मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, संचालक चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं तथा मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नाम का ज्ञापन एस डी एम रायपुर को सौंपा गया है
डी.के.एस. अस्पताल( hospital) की व्यवस्था में सुधार हेतु मांग की गयी थी
संघ के प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा एवं महामंत्री अश्वनी गुर्देकर ने संयुक्त बयान जारी कर बताया गया कि राज्य के लगभग 5000 स्वास्थ्य कर्मियों का आन्दोलन जिसमें मुख्य मांग यह है कि संचालक चिकित्सा शिक्षा कार्यालय में संचालक के साथ दिनांक 24.02.2023 को आहूत परामर्शदात्री समिति की बैठक जिसमें लगभग 32 मांगों पर सहमती बनी तथा कार्यवाही का आश्वाशन संचालक द्वारा दिया गया था, किन्तु कार्यवाही किया जाना तो दूर चिकित्सा शिक्षा संचालक द्वारा आज दिनांक तक मीटिंग मिनट्स भी जारी नहीं किये गए हैं, डी.के.एस. अस्पताल की व्यवस्था में सुधार हेतु मांग की गयी थी, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी है ।
चतुर्थ श्रेणी एवं अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान( salary) लाभ
इसी तरह संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं से मांग की गयी है कि संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं से शासन को प्रेषित समस्त स्वास्थ्य कर्मचारियों एवं लिपिक संवर्ग की वेतन विसंगति को दूर करने के लिए शासन को पुनः स्मरण कराया जाय, विभिन्न मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालयों के अधीनस्थ फार्मासिस्ट ग्रेड-2, ड्रेसर, चतुर्थ श्रेणी एवं अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान लाभ दिया जाय, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयों के लिए भारत सरकार द्वारा जारी निर्देश अनुरूप प्रतिमाह 25000/- रूपये वेतन एवं 15000/- रूपये कार्य आधारित वेतन प्रतिमाह प्रदान किया जाय, पी.ऐ. डी. ऐ., काउंसलर, द्वितीय ऐ. एन. एम. की वेतन विसंगति दूर करते हुए नियमानुसार प्रति 3 वर्ष में रेशनालाईजेशन समिती द्वारा होने वाले वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाय , NHM कर्मचारियों को गृह ग्राम में स्थानांतरण की छुट दी जाय, CHO एवं अन्य कर्मचारियों को शासन, मानव संसाधन निति 2018 एवं कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ दिया जाय,विभिन्न संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालयों द्वारा स्टाफ नर्स, नेत्र सहायक अधिकारी, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, एवं संचालनालय स्तर पर नर्सिंग सिस्टर, मैट्रन व अन्य कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान लाभ दिया जाय।
रेडियोथेरेपी के समस्त स्टाफ( staff) को 25% विकिरण भत्ता दिया जाय
स्टाफ नर्स को पूर्व की भांति 3-4 वेतन वृद्धि देने तथा लाभान्वितों की वसूली पर रोक लगायी जाय, स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग अधिकारी तथा नर्सिंग सिस्टर का सीनियर नर्सिंग अधिकारी किया जाय, विभागान्तर्गत फार्मासिस्ट ग्रेड-2, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ एवं अन्य सभी कर्मचारियों को भी सी.आर.एम.सी. भत्ता दिया जाय, स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी पुलिस विभाग की तरह 1 वर्ष में 13 माह का वेतन दिया जाय, एकल संवर्ग के तकनिकी पदों जैसे नेत्र सहायक अधिकारी, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 (पदोन्नति लगभग नगण्य) आदि समस्त तकनिकी पदों के लिए चार स्तरीय पदोन्नति चेनल बनाया जाय, सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स का उन्नयन कर डिग्री पाठ्यक्रम किया जाय, एक्स रे विभाग / रेडियोथेरेपी के समस्त स्टाफ को 25% विकिरण भत्ता दिया जाय, ड्रेसर पद पर वर्ष 2013 के पूर्व नियुक्त कर्मचारियों को भी समयमान वेतन मान का लाभ देते हुए पदनाम आर्थोपेडिक तकनीशियन किया जाय, चिकित्सालयों / स्वास्थ्य केन्द्रों का ओ.पी.डी. समय केवल एक पाली में सुबह 8 बजे से 2 बजे तक रखा जाय, 2 बार का ओ.पी.डी. समय (सुबह 8-2 एवं शाम 5-6) अत्यंत अनुचित है कर्मचारी को 2 बार अस्पताल आना जाना कठिन है, स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य संस्था / स्वास्थ्य केंद्र के आसपास शासकीय आवास की सुविधा दी जाय, स्वास्थ्य विभाग के आदेश में आर.एम.ए. को समस्त कर्मचारियों से ऊपर होना उल्लेखित किया गया है, विभाग में नर्सिंग, फार्मेसी व अन्य की योग्यता आर. एम. ऐ. से अधिक है उस आदेश के बिंदु 7 को विलोपित किया जाय और सबको समान आँका जाय, आर.एम.ए. को पदोन्नत कर जिला मलेरिया अधिकारी बनाये जाने के प्रस्तावित भर्ती नियम के प्रस्ताव को बदला जाय, आर.एम.ए.(तृतीय वर्ग कर्मचारी) के पद पर कार्यरत प्रेमशंकर वर्मा को संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के रूप में कार्य लिया जा रहा है ।
गलत ट्रान्सफर के लिए जिम्मेदार बिलासपुर CMHO को निलंबित किया जाय
यद्धपि किसी भी तृतीय श्रेणी संवर्ग एलोपैथिक का विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी संचालनालय में पदस्थ नहीं किया गया है किन्तु होलिस्टिक मेडिसिन विधा के स्टाफ को OSD बनाये जाना अनुचित है इस विधा का स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्ध नहीं है अतः इन्हें तत्काल संचालनालय से हटाया जाय, स्थानातरण निति का उल्लंघन करते हुए संभागीय संवर्ग के कर्मचारियों का स्थानांतरण CMHO द्वारा जिले के अन्दर किया गया इसके तहत बलौदा बाज़ार जिले में दुर्गेश सिंह बंजारे नेत्र सहायक अधिकारी का स्थानांतरण निति के खिलाफ किया गया इस पर कार्यवाही की जाय, मनमाना ट्रान्सफर के लिए जशपुर CMHO को निलंबित किया जाय, गलत जानकारी देकर 10 मेडिकल लैब टेक्नोलोजिस्ट के गलत ट्रान्सफर के लिए जिम्मेदार बिलासपुर CMHO को निलंबित किया जाय, गलत प्रोमोशन करने वाले संयुक्त संचालक बस्तर को निलंबित किया जाय, NHM अंतर्गत NCD एवं फॅमिली प्लानिंग के काउंसलर का वेतन मात्र 11000/- दिया जा रहा है अतः NHM के बाकि काउंसलर के लिए स्वीकृत वेतन 25000/- इन्हें भी दिया जाय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत समस्त अधिकारी / कर्मचारी को शासन घोषणा अनुरप नियमित किया जाय तथा नियमित होने तक 62 वर्ष की सेवा की सुरक्षा / गारंटी दी जाय , आयुष विभाग में वर्षों से कार्यरत अंशकालिक स्वच्छ्कों को पूर्णकालिक / नियमित किया जाय, इस सम्बन्ध में आयुष विभाग में विगत 20 वर्षों से मामला लंबित है तथा विभिन्न विभागों के स्वच्च्कों को नियमित किया जा चूका है, वाहन चालकों का वेतन लेवल – 4 से बढ़ाकर लेवल–6 किया जाय चूँकि वहां चालन एवं देखभाल तकनिकी कार्य है, भारी वाहन चालकों को लेवल – 4 से बढाकर किये गए वेतन लेवल-5 को भुगतान प्राप्त कर चुके वाहन चालको से वसूली पर तत्काल रोक लगायी जाय एवं वसूल किये जा चुके राशी को वापस देने आदेशित किया जाय ।
धरना कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
धरना कार्यक्रम में प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा कार्यकारी प्रांताध्यक्ष रविन्द्र तिवारी एवं प्रदीप बोगी, एवं बी. के. शुक्ला, एस. पी. देवांगन, अश्वनी गुर्देकर, सैय्यद असलम, राजेंद्र यादव, CHO राष्ट्रीय सचिव अंकिता बरबड़े, CHO राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरव सिंह, आशीष नन्द, देवानंद रात्रे, लवली सिंह, सोहन लाल, अजय परिहार, रूपेंद्र सिंह, भूपेंद्र रॉय, एस.एस.सोनी, राकेश तिवारी, सतीश पसेरिया, धनेश्वरी साहू, प्रफुल्ल पाल, प्रमेश पाल, सरिता सिंह, नरेन्द्र पटेल, आर. के. जाटव, कमलेश उसेंडी, अनिल वैद्य, लक्ष्मीप्रसाद बनर्जी, सुमित दुबे, अजय नायक, सत्येन्द्र गुप्ता, विकास यादव, लच्छी तंदन, रमेश सोनबोइर, गौतम रात्रे, संतोष गिरी, संतोष कुमार देवांगन, हरिशंकर साहू, कमलेश उसेंडी, नितेश सिन्हा, संध्या मोवले, अमरु साहू, ललित सिंह ध्रुव, सुभाष सहारे, समीरा टंडन, विपिन प्रधान, कमल चंद्राकर, सालिकराम नवरंगे, कुबेर साहू, दुर्गेश बंजारे ने संबोधित किया ।
मांगों की पूर्ति नहीं होने पर स्वास्थ्य कर्मी मिलकर स्वास्थ्य सेवाएं पूर्णतः ठप्प
उपरोक्त समस्त मांगों की पूर्ति नहीं होने पर समस्त स्वास्थ्य कर्मी मिलकर स्वास्थ्य सेवाएं पूर्णतः ठप्प कर देंगे जिसकी जवाबदारी स्वास्थ्य विभाग के मुखिया की होगी ।