Papalpreet Singh Arrest: ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया और भगोड़े खालिस्तानी अमृतपाल के साथ साये की तरह रहने वाले पप्पलप्रीत को मंगलवार को डिब्रूगढ़ जेल में पहुंचा दिया गया. अमृतपाल के दूसरे सहयोगी भी असम की इसी जेल में बंद हैं. पप्पलप्रीत को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने सोमवार को काथूनंगल इलाके से गिरफ्तार किया था. उसके ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के साथ ही सात अन्य धाराएं लगाई गई हैं.
मंगलवार सुबह अमृतसर पुलिस पप्पलप्रीत को लेकर श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची. जहां से उसे प्लेन में बिठाकर असम लाया गया. अमृतसर एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से पप्पलप्रीत ने बताया कि उसे सोमवार को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही यह भी कहा कि वह ठीक है.
अमृतपाल का है दाहिना हाथ
पप्पलप्रीत को अमृतपाल का दाहिना हाथ माना जाता है. 2022 में अमृतपाल के दुबई से वापस आने के बाद से ही वह उसके साथ काम कर रहा था.
18 मार्च को पंजाब पुलिस के अभियान के बाद से ही अमृतपाल भागा-भागा फिर रहा है. इस दौरान पूरे समय पप्पलप्रीत अमृतपाल के साथ मौजूद था. पिछले महीने पुलिस से भागते दोनों की एक तस्वीर मीडिया के सामने आई थी.
28 मार्च तक था साथ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूछताछ में पप्पलप्रीत ने बताया था कि वह 18 मार्च से 28 मार्च तक अमृतपाल के साथ रहा था. इसके बाद वह अलग हो गया था. 28 मार्च को ही दोनों होशियारपुर में पुलिस के हाथ आते-आते रह गए थे. पप्पलप्रीत ने यह भी बताया कि उस दिन पुलिस का ऑपरेशन कैसे सफल नहीं हुआ था.
उसने खुलासा किया कि उसने हरियाणा और पंजाब लौटने से पहले हरियाणा, पटियाला, दिल्ली और पीलीभीत सहित विभिन्न स्थानों की यात्रा की थी.
डिब्रूगढ़ में बंद हैं अमृतपाल के सहयोगी
अमृतपाल के खास सहयोगियों को गिरफ्तारी के बाद असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है. 10 अप्रैल को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का एक प्रतिनिधिमंडल जेल में बंद वारिस पंजाब दे के सदस्यों से मिला था. अभी तक डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल के चाचा समेत 8 लोग बंद थे. पप्पलप्रीत जेल में आने वाला वारिस पंजाब दे का 9वां सदस्य है.