Late AC Serrvice : एयर कंडीशनर के लिए सर्विसिंग बेहद ही जरूरी होती है. इसकी वजह से आपका एयर कंडीशनर अच्छी तरह से काम करता है और इसमें कोई दिक्कत भी नहीं आती है. एक एयर कंडीशनर में सर्विसिंग के दौरान कई चीजें जांची जाती हैं, जैसे कि फिल्टर, कंडेंसर कॉइल, कंप्रेसर, फैन और मोटर शामिल है. इन चीजों की जांच से समस्याओं की पहचान की जा सकती है और समस्याओं को ठीक किया जा सकता है.
साधारणतया, आपको अपने एयर कंडीशनर की सर्विसिंग को हर छठे महीने तक करवाना ही चाहिए, यदि आप अपने एयर कंडीशनर का उपयोग अधिक करते हैं या एयर कंडीशनर का उपयोग अधिक धूल या धुंए वाले क्षेत्र में करते हैं, तो आपको अधिक सर्विसिंग की जरूरत पड़ती है.
समय-समय पर अपने एयर कंडीशनर की सर्विसिंग करवाकर आप उसकी ऊर्जा खपत को कम कर सकते हैं, एक स्वस्थ वातावरण बनाए रख सकते हैं और उसकी उम्र बढ़ा सकते हैं. हालांकि ऐसा ना करवाने पर एयर कंडीशनर कई बार जानलेवा भी बन जाता है और आप इस बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
एयर कंडीशनर की सर्विसिंग ना होने से अनेक समस्याएं हो सकती हैं।
कार्बन मोनोक्साइड का उत्पादन: एयर कंडीशनर की सर्विसिंग ना हो तो ये कार्बन मोनोक्साइड पैदा कर सकता है जो जानलेवा हो सकता है और डीएम घोट सकता है.
अनियमित काम करना: अनियमित सर्विसिंग की वजह से आपके एयर कंडीशनर को संचालन में कठिनाई आ सकती है, नियमित सर्विसिंग ना करने से, एयर कंडीशनर के में बुरी तरह से गंदगी जमा हो सकती है.
सफोकेशन: सर्विसिंग की कमी से एयर कंडीशनर में जमा होने वाली गंदगी और दूषित कारक अधिक उन लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है जो श्वसन संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा से पीड़ित होते हैं.
एयर कंडीशनर की उम्र में कमी: नियमित सर्विडिंग ना होने से एयर कंडीशनर में अधिक गंदगी जमा हो सकती है जो इसके पार्ट्स को खराब कर देती है जिससे इसकी उम्र कम होने लगती है.