ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। BIG NEWS : भगोड़े अमृतपाल सिंह की पत्नी को गुरुवार को अमृतसर एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया. वह लंदन जाने की फिराक में थी. लेकिन फ्लाइट में बैठने से पहले ही उसे हिरासत में ले लिया गया. अभी अमृतपाल सिंह की पत्नी से पूछताछ की जा रही है।
अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर के खिलाफ देशभर में अभी कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं है. किरणदीप कौर के यूके में रहते हुए बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक्टिव मेंबर होने के मामले को लेकर भी पंजाब पुलिस या केंद्रीय एजेंसियों के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है, न ही उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज हुआ है. हालांकि, अमृतपाल की पत्नी को उसी कानूनी प्रक्रिया के तहत रोका गया है, जिसके तहत फरार आरोपियों के परिवार और उसके जानने वालों से पूछताछ की जाती है.
फरार चल रहा अमृतपाल
पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथियों पर 18 मार्च को कार्रवाई की थी. इस दौरान पुलिस ने उसके सैकड़ों साथियों और समर्थकों को गिरफ्तार किया था. हालांकि, अमृतपाल अपने कुछ करीबियों के साथ भागने में कामयाब हो गया था. तब से पुलिस लगातार उसके तलाश में जुटी है. इतना ही नहीं पुलिस उसके परिवार के लोगों और करीबियों से भी पूछताछ कर रही है.
अमृतपाल सिंह ने इसी साल फरवरी में UK की एनआरआई किरणदीप कौर से शादी की थी. फरवरी में अमृतपाल से शादी के बाद किरणदीप कौर पंजाब ही रहने लगीं और इन दिनों अमृतपाल के पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में रहती हैं. किरणदीप की पारिवारिक जड़ें जालंधर में बताई जाती हैं.
किरणदीप और अमृतपाल की शादी अभिनेता-कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा गठित संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के महीनों बाद हुई थी.
किरणदीप कौर से हो चुकी पूछताछ
पंजाब पुलिस ने पिछले दिनों उसकी पत्नी किरणदीप कौर से पूछताछ की थी. ये पूछताछ अमृतपाल सिंह की गतिविधियों के लिए कथित विदेशी फंडिंग के सिलसिले में की गई थी. पुलिस को जांच के दौरान पता चला था कि अमृतपाल को 35 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली है. सूत्रों ने कहा कि पंजाब पुलिस फंडिंग तंत्र का पता लगाने के लिए अमृतपाल, उनकी पत्नी, पिता और अन्य रिश्तेदारों के बैंक खातों की भी जांच कर रही है. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि अमृतपाल सिंह ने विदेशी स्रोतों से मिले पैसों को खर्च कर अपने और अपने आदमियों के लिए नई एसयूवी खरीदी.
कौन है अमृतपाल?
अमृतपाल ‘वारिस पंजाब दे’संगठन का चीफ है. वह अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है. वह कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटा है. वारिस पंजाब दे संगठन को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था. दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ने इसपर कब्जा कर लिया. उसने भारत आकर संगठन में लोगों को जोड़ना शुरू किया. अमृतपाल का ISI लिंक बताया जा रहा है.
अमृतपाल पर क्यों हो रही कार्रवाई?
अमृतपाल सबसे पहले 23 फरवरी को चर्चा में आया था. उसने अजनाला में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ थाने पर हमला बोल दिया था. इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे. इसके बाद उसने कई टीवी चैनलों में दिए इंटरव्यू में अलग खालिस्तान की मांग की थी. इतना ही नहीं अमृतपाल ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी.अमृतपाल की तुलना खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले से भी की जा रही है.
जांच के दौरान मिला ISI कनेक्शन
अमृतपाल के खिलाफ जांच के दौरान एजेंसियों को ISI कनेक्शन भी मिला है. आधिकारिक सूत्रों ने आजतक को बताया कि अमृतपाल सिंह के आईएसआई से करीबी संबंध हैं. सूत्रों ने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को अस्थिर करने के लिए उसे युवा सिखों को अपने समूह के तहत लाने के लिए कहा गया था. उसने विदेशी खालिस्तानी हमदर्दों से मिले पैसों से अवैध हथियार के अलावा 35 बुलेटप्रूफ जैकेट भी खरीदे थे.
अपनी आर्मी बना रहा था अमृतपाल
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले थे कि अमृतपाल सिंह नशामुक्ति केंद्रों और गुरुद्वारे का इस्तेमाल हथियार जमा करने और युवाओं को आत्मघाती हमले के लिए तैयार करने के लिए कर रहा था. इतना ही नहीं वह प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फोर्स (AKF) बना रहा था. विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार किए गए डोजियर में दावा किया गया था कि अमृतपाल ISI और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर दुबई से भारत लौटा था. वह मानव बम बनने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश करने में लगा हुआ था.