रायपुर। राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा पारंपरिक शिल्प और कलाओं के संरक्षण, प्रचार-प्रसार, जागरूकता तथा लोगों में इनके प्रति रूचि जागृत करने के लिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी “पारंपरिक शिल्प एवं विविध कला प्रशिक्षण शिविर आकार” का आयोजन किया जा रहा है। रायपुर के सिविल लाइन स्थित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय परिसर में आगामी 1 मई से 19 मई तक इसका आयोजन किया जाएगा। प्रतिभागियों को 19 दिनों तक चलने वाले शिविर में दो पालियों सवेरे सात बजे से दस बजे तक और शाम चार बजे से सात बजे तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
‘आकार-2023’ में पंजीकृत प्रतिभागियों को म्यूरल आर्ट, पेपरमेसी, क्ले आर्ट, काष्ठ, बांस शिल्प एवं मूर्तिकला, चित्रकला, मधुबनी आर्ट, पटचित्र, धान ज्वेलरी, ड्राई फ्लावर, ग्लास पेंटिंग, गोदना आर्ट, पैरा आर्ट, टेराकोटा, गोदना, रजवार भित्ती, क्लासिकल नृत्य, नाटक, फोक डांस, जूट शिल्प, मेहंदी आर्ट, गोबर आर्ट, वारली आर्ट, पिछवाई आर्ट, सेंड आर्ट, मंडला आर्ट, मांदना आर्ट, गोंड आर्ट, सौरा आर्ट, स्केच पेंटिंग, केनवाश पेंटिंग, बोनसाई आर्ट, वाद्य-यंत्र प्रशिक्षण एवं मेंकिंग विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इच्छुक प्रतिभागी आकार कार्यालय में 200 रूपए का पंजीयन शुल्क जमा कर शिविर में भाग ले सकते हैं। दिव्यांग एवं अनाथ आश्रम के प्रशिक्षुओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिविर में वाद्य-यंत्रों के प्रशिक्षण व प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।
‘आकार-2023’ के बारे में और अधिक जानकारी संचालनालय, पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय, महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय परिसर रायपुर में कार्यालयीन समय में प्राप्त की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालयीन समय में फोन नम्बर 0771-2537404 पर संपर्क किया जा सकता है। ई-मेल आईडी [email protected] और वेबसाइट www.cgculture.in के माध्यम से भी प्रशिक्षण शिविर से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है और आवेदन पत्र का प्रारूप डाउनलोड किया जा सकता है। प्रशिक्षण के बाद समापन के दिन प्रशिक्षुओं द्वारा निर्मित कलाकृतियों एवं समानों को परिसर में प्रदर्शित करने के साथ प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। आयोजन के दौरान कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।