गरियाबंद- मुस्लिम समुदाय का मुक़द्दस माहे रमजान चल रहा है। तपिश एवं उमस भरी गर्मी में लोग रोजा रख अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। एक ओर जहां बड़े लोग रोज़ा रख रहे हैं तो दूसरी ओर छोटे बच्चे भी रोज़ा रख कर अपने रब की इबादत कर रहे हैं। गरियाबंद वार्ड नम्बर 1 निवासी हाजी अशरफ़ भाई मेमन का परिवार अन्य लोगों की तरह ही रोजे रख रहा है, लेकिन इस परिवार को खास बनाया है उनकी 06 वर्ष की पोती रुबा मेमन ने पूरे 29 रोज़ा रखा, आज 29 वे रोजे की नमाज अपनी अम्मी दादा दादी के साथ घर में रहकर अदा की नमाज के बाद दादा दादी ने पूरे माह रोजा रखने पर मासूम रुबा को माला पहनाकर बधाई दी इस अवसर पर पूरे परिवार ने को बधाई दिया रुबा लोगों को अमन चैन का संदेश दिया उन्होंने अल्लाह से दुआ की कि भारत से कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को दूर करें। साथ ही जो अस्वस्थ है उनको अल्लाह जल्द से जल्द स्वास्थ्य के लाभ दे और अपने पूरे परिवार को ईद की शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है की मासूम रुबा 05वर्ष की थी तब उसने अपनी ज़िंदगी का पहला रोज़ा 27वा रोज़ा रखा था, परिवार में सभी सदस्यों को पांच वक्त का नमाज़ पढ़ते देख रुबा नमाज़ भी अदा कर रही है। कम उम्र के बच्चों द्वारा रोज़ा रखने से लोग हैरान हैं। बच्चे अपने परिवार वालों के साथ सुबह तीन बजे से सेहरी करने के लिए जागते हैं और सेहरी कर फिर क़ुरान की तिलावत में जुट जाते हैं।लोगों का कहना है कि अप्रैल महीना की इस तपिश भरी गर्मी में भी बच्चों द्वारा रोज़ा रखा जाना अपने आप में बड़ी बात है।
रुबा के जिद के आगे झुके घरवालेः
दादा हाजी अशरफ़ भाई मेमन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए हम लोगों ने रुबा को बड़ी होने पर रोजा रखने का सलाह दिया, लेकिन उसने जिद कर दी की उसे रोजा रखना है. बच्ची की जिद के बाद घर वाले भी रुबा के रोजा रखने की बात मान गए और वे इस बात को लेकर बेहद खुश भी हैं. की छोटि सी बच्ची ने पूरे माह रोज़ा रखा रुबा को फूल माला पहनाकर इफ्तार देकर बैठा या गया. रुबा ने भी घरवालों के साथ में इफ्तार किया.
दादी हाजी शरीफा बानू ने कहा मुसलमानों के लिए रोज़ा बहुत ही महत्वपूर्ण है इस माह में अल्लाह अपने नेक बन्दों के लिए अपनी रहमत के दरवाजे खोल देता है। बच्चे भी अल्लाह को राज़ी करने के लिए रोज़े रख रहे हैं इबादत कर रहे हैं। यह सब अल्लाह का करम है और हम उसके शुक्रगुज़ार हैं।
आज 29 वे रोजे के बाद रुबा ने अल्लाह से अम्मी अब्बा दादा दादी की लम्बी उम्र और अमन व शांति की दुआ मांगी। रुबा के पूरे रोजे होने पर अम्मी शबा कौशर अब्बा अमीन मेमन दादा हाजी अशरफ़ भाई मेमन दादी शरीफा बानू ने रुबा को मुबारकबाद दी है।