आज संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य में 25 अप्रैल को अंगना मा शिक्षा अंतर्गत पढ़ाई तिहार का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल नारायणपुर जिला के दूरस्थ ग्राम पंचायत करमरी के, आश्रित ग्राम कोडोली में आज अंगना मा शिक्षा अंतर्गत पढ़ाई तिहार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में अभिभावक मित्रों का सहयोग प्रशंसनीय रहा।
अभिभावक मित्रों के सहयोग से आज ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली में पढ़ाई तिहार का आयोजन किया गया जिसमें गांव के सभी माताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। 1 से 9 तक काउंटर लगाए गए थे। जिसमें बारी बारी से माता और बच्चे को प्रत्येक काउंटर से होकर गतिविधि करते हुए, गुजरना पड़ता है ।और अंतिम में उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाता है।
माताओं की सहभागिता
ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली में अभिभावक मित्र का गठन के पश्चात माताओं की सहभागिता विद्यालय के दिनोंदिन देखने को मिलता है। मात्र उन्हें सूचित करने की आवश्यकता है ।और माताएं समय पर विद्यालय पहुंच जाते हैं, और विद्यालय से संबंधित समस्त कार्यों में बढ़-चढ़कर अपना सहयोग प्रदान करते हैं। अभिभावक मित्र के गठन के पश्चात विद्यालय में शाला विकास योजना बनाकर सभी अभिभावक मित्र इस योजना को फलीभूत करने में लगे हुए हैं। और योजना का प्रथम चरण विद्यालय की मांग वह बहुत जल्द ही पूरा होने वाला है क्योंकि विद्यालय बनना प्रारंभ हो गया है। अभिभावक मित्र माताओं के सहयोग से विद्यालय स्वच्छता, बच्चों की स्वच्छता,उपस्थिति, मध्यान्ह भोजनगुणवत्ता ,पढ़ाई, सामाजिक आर्थिक सर्वे कार्य में सहयोग निरंतर प्राप्त हो रहा है।
माता ही प्रथम गुरु की भूमिका सदैव से निभाते आ रही है
अंगना मा शिक्षा का महत्वविद्यालय आने से पूर्व जब बच्चा घर में रहता है। माता ही प्रथम गुरु की भूमिका सदैव से निभाते आ रही है क्योंकि अधिकतर समय बच्चे अपने माता के साथ व्यतीत करते हैं । सुबह शाम माता अपने दैनिक कार्य भोजन बनाते वक्त भी अपने बच्चों को अन्य खाद्य सामग्री के माध्यम से भी बच्चों को माताएं घर में ही रहकर भोजन बनाते बनाते छोटे-छोटे आयामों को माताएं कराते हैं जिसकी वजह से बच्चों में अंक ज्ञान ,शब्द ज्ञान तथा बौद्धिक विकास के छोटे-छोटे आयामों को पूर्ण कराते हैं।
स्मार्ट माता का चयन
ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली में आज अंगना मा शिक्षा योजना अंतर्गत पढ़ाई तिहार का आयोजन किया गया जिसमें लक्ष्मीबाई वड्डे को प्रथम तथा बुधनीबाई वड्डे को द्वितीय स्मार्ट माता का स्थान प्राप्त हुआ।
अभिभावक मित्रों की भूमिका
छत्तीसगढ़ संपूर्ण देश में ऐसा राज्य है। जहां पर अभिभावक मित्र का गठन अबूझमाड़ क्षेत्र के ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली में किया गया है ।इसके पश्चात निरंतर 1 वर्ष होने जा रहा है, शाला विकास योजना दिनोंदिन अन्य विद्यालयों के अपेक्षा अग्रसर अपने कार्यों के कारण हो रहा है विधालय में अभिभावक मित्रों के कार्यों का परिणाम देखने को मिल रहा है। अभिभावक मित्र विद्यालय के कार्यों को करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। अभिभावक मित्र सगनी ,सतारो,जाएंगे, धनाय, बजाय, पुनाय, लछनी,दशरी,कावेबाई, जुगरी,मस्सी, जूनाय ,रामदास ,सुंदरी ,लक्ष्मी चमरू राम, विसरूराम ,कसरू राम ,अंधारू ,जयदेव, साधुराम सोनू ,रजऊ, बुधराम, मंदेर, राजूराम ,सुंदर ,कसरू चमरा,अभिभावकमित्र ,उपस्थित थे।