Reading:बोरे बासी’ से श्रम को सम्मान- जनपद पंचायत फिंगेश्वर के उपाध्यक्ष योगेश ने अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे-बासी खाकर श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
बोरे बासी’ से श्रम को सम्मान- जनपद पंचायत फिंगेश्वर के उपाध्यक्ष योगेश ने अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे-बासी खाकर श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ अपनी कला संस्कृति और अलग खानपान के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। ऐसे ही छत्तीसगढ़ बोरे बासी खाने को लेकर भी काफी मशहूर है। इसे में आज मजदूर दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेशवासियों से बोरे बासी खाने की अपील की है। इसी कड़ी में आज जनपद पंचायत फिंगेश्वर के उपाध्यक्ष श्री योगेश साहू ने अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे-बासी खाकर श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। आपको बता दें, आज 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस दिवस को खास बनाने के लिए प्रदेश के मुखिया ने पिछले साल से इसे बोरे बासी दिवस के रूप मना रहे हैं। ऐसे में आज मजदूर दिवस के अवसर पर सीएम बघेल समेत आम जन और अधिकारियों ने बोरे बासी का स्वाद लिया।
बोरे बासी छत्तीसगढ़ में सिर्फ आहार नही बल्कि लोक व्यवहार है- योगेश साहू
इस मौके पर उन्होंने कहा यह श्रम को सम्मान देने श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करने का प्रयास है। गांवों में मजदूर जब खेतों में काम करने जाते हैं तो पोषक तत्वों से भरपूर बोरे बासी खाकर जाते हैं। जिससे उन्हें दिनभर काम करने की ऊर्जा और गर्मी को सहने की शक्ति मिलती है। ल आज पूरे ज़िले में जनप्रतिनिधि, IAS और IPS अफसर बोरे-बासी का स्वाद लिया।श्री साहू ने कहा, “पूरी दुनिया में एक मई को मेहनत के उत्सव के रूप में मनाया जाता है, लेकिन हमारे प्रदेश में यह दिवस इसलिए और भी खास है, क्योंकि हमारा प्रदेश किसानों, आदिवासियों और मजदूरों का प्रदेश है।”