रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(cm bhupesh baghel ) ने आज लोरमी विधानसभा में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम (program )के दौरान चंदली में रीपा भी देखा तथा यहां हो रही गतिविधियों का निरीक्षण किया। उन्होंने महिला समूह के सदस्यों से चर्चा भी की। मुख्यमंत्री(chief minister ) को जय बुढ़ा देव स्व-सहायता समूह की सदस्य सुनीता धु्रव ने बताया कि पिछले 2 माह ही हुए गोबर से प्राकृतिक पेंट का निर्माण करते। 860 लीटर गोबर पेंट बेच चुके हैं, इससे 62 हजार रुपए की आमदनी हो चुकी है।
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दोना पत्तल यूनिट का संचालन कर रही माँ अंबे स्व-सहायता समूह की सदस्य गनेशिया पटेल(patel ) ने बताया कि दस हजार बंडल दोना-पत्तल बना चुकी हैं। दो महीनों में 20 हजार की आमदनी हो चुकी है। सी-मार्ट में भी पत्तल बेच रहे हैं और साप्ताहिक बाजार भी भेज रहे हैं।
इसके बाद जूता चप्पल यूनिट का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। वंदे मातरम स्व-सहायता समूह की पुष्पा खुंटे ने बताया कि एक महीने में ही 309 नग स्लीपर बेच चुकी हैं, इससे 11 हजार 400 रुपए की आय हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री (chief minister )ने डिस्प्ले यूनिट प्रशिक्षण कक्ष देखा और वाई-फाई की सुविधा आरंभ की।सदस्यों ने मुख्यमंत्री को यहां हो रहे मछली पालन के बारे में भी बताया कि यहां तीन तालाब हैं। पुष्पा ने मुख्यमंत्री को बताया कि हमारे पास तीन तालाब हैं और एक क्विंटल मछली हमने निकाली है, इससे दो लाख रुपए की आमदनी हुई है।
डिस्प्ले एवं प्रशिक्षण कक्ष का किया निरीक्षण
डिस्प्ले कक्ष में मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं से चर्चा की। डेहरकापा की रुक्मिणी नवरंग ने बताया कि हम लोग यहां कई तरह के कार्य कर रहे हैं। दोना-पत्तल से हर महीने दस हजार रुपए तक कमाई कर रहे हैं। अब मछली पालन भी आरंभ कर दिए हैं।आदर्श स्व-सहायता समूह की अनूपा यादव ने कहा कि हम लोगों ने बकरी पालन आरंभ किया है, इससे 60 हजार रुपए से अधिक आमदनी अर्जित कर ली है। मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए अनूपा ने बताया कि आप जिस तरह से गौठानों को बढ़ावा दे रहे हैं, उससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हो रही है। मिनी माता स्व-सहायता समूह की संध्या साहू ने बताया कि शासन द्वारा 10 नग सिलाई मशीन हमें प्रदाय किया गया है। हम लोग कपड़े सिलाई का आर्डर लेकर 2 महीने में 20 हजार रुपए के कपड़े बेच चुके हैं। मुंगेली के सी-मार्ट के माध्यम से 5 हजार जूट की सामग्री का आर्डर मिला है, अभी हम इस पर काम कर रहे हैं।