मान-मनौव्वल और सोनिया गांधी( sonia gandhi) के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार डीके शिवकुमार मान गए। सिद्धारमैया सीएम और डीके डिप्टी सीएम होंगे। फैसला बुधवार देर रात केसी वेणुगोपाल के घर पर बैठक के बाद लिया गया।
शिवकुमार 50-50 फॉर्मूले ( formula) राजी हुए हैं। पहले ढाई साल सिद्धारमैया सीएम रहेंगे और बाद के ढाई साल डीके। यानी डीके लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, अब कर्नाटक का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसका नाम तय नहीं है।
आगे लोकसभा चुनाव( election) हैं और मैं जिम्मेदारियों के लिए तैयार
शिवकुमार ने गुरुवार सुबह कहा, ‘मैं पार्टी के फॉर्मूले पर राजी हूं। आगे लोकसभा चुनाव हैं और मैं जिम्मेदारियों के लिए तैयार हूं। पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए मैंने सहमति दी है।’ कांग्रेस ने आज शाम 7 बजे बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के सेंट्रल ऑब्जर्वर भी पहुंचेंगे। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 मई को बेंगलुरु में होगा। इससे पहले राहुल और खड़गे की सिद्धारमैया और डीके के साथ दो मीटिंग्स बेनतीजा रही थीं।
सोनिया( sonia) की बातचीत के बाद डीके राजी हुए
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, देर रात सोनिया गांधी ने डीके से बातचीत की। इसके बाद ही सीएम पद के लिए अड़े डीके मान गए। ऐसा बताया जा रहा है कि इसका ऑफिशियल ऐलान आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
आलाकमान सिद्धारमैया को सीएम( CM) बनाना चाहता है
बुधवार को पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि डीके डिप्टी सीएम, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और दो मिनिस्ट्री लेकर मान गए हैं। आलाकमान सिद्धारमैया को सीएम बनाना चाहता है और उन्होंने डीके के सामने तीन फॉर्मूले रखे थे। फिर खबर आई है कि वो किसी पर भी सहमत नहीं हुए। खड़गे से डीके ने साफ कह दिया कि बनाना है तो सीएम बनाओ, डिप्टी सीएम नहीं बनूंगा।