प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( prime minister narendra modi) जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिनों की यात्रा पर आज रवाना होंगे।
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विनय क्वात्रा ने गुरुवार को बताया कि यात्रा के पहले पड़ाव में प्रधानमंत्री 19 से 21 मई तक जापान के हिरोशिमा में जी-7 देशों के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। हिरोशिमा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के पीएम फुमिओ किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंटनी अल्बानीज समेत जी-7 देशों के अन्य नेता मौजूद रहेंगे।
रूस और चीन के मुद्दों पर रहेगी दूरी
जापान के शहर हिरोशिमा में 20 मई से शुरू हो रही जी-7 देशों की बैठक में रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने को लेकर नई कोशिश होगी और साथ ही संगठन की तरफ से जारी होने वाले संयुक्त बयान में रूस के खिलाफ जमकर बयानबाजी होने की तैयारी है। पीएम नरेन्द्र मोदी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए हिरोशिमा 19 मई को पहुंच रहे हैं लेकिन वह रूस के खिलाफ जी-7 देशों की किसी कोशिश का हिस्सा नहीं बनेंगे। वैसे जी-7 देशों की तरफ से चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ भी बयान जारी होने की संभावना है, लेकिन भारत की मंशा इससे भी दूर रहने की ही है।
प्रथम दो सत्र 20 मई को और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित किया जाएगा
क्वात्रा ने बताया कि जी-7 समूह की बैठक में प्राथमिकताओं से जुड़े कई विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें सम्पर्क बढ़ाने, सुरक्षा, परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं स्वास्थ्य तथा विकास के अलावा डिजिटलीकरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं. उन्होंने बताया कि भारत तीन औपचारिक सत्र में हिस्सा लेगा, जिसमें प्रथम दो सत्र 20 मई को और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित किया जाएगा। प्रथम दो सत्र के विषय खाद्य एवं स्वास्थ्य और लैंगिक समानता तथा जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण होंगे