रायपुर। Success Story : दिल्ली की रहने वाली महज 5 साल की उम्र में मां-पिता का निधन हो गया। UPSC की तैयारी के दौरान पोती को बेटी की तरह पालने वाली दादी का भी स्वर्गवास हो गया। हालात हर कदम पर परीक्षा ले रहा था। लेकिन, हौसले इतने बुलंद थे, कि हर मुसीबत टकराकर चूर-चूर होती चली गयी। अंशिका जैन ने देश के सबसे मुश्किल इम्तिहान को पास करने पहले जिंदगी में ना जाने कितने इम्तिहान दे दिये। अंशिका जैन को UPSC में 306वीं रैंक मिली है। EWS श्रेणी से आने वाली अंशिका मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली है। अंशिका का छत्तीसगढ़ के साथ गहरा नाता जुड़ने वाला है।
अंशिका जैन के मंगेतर वासु जैन छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अफसर है। 2021 बैच के IAS वासु जैन अभी प्रोबेशन पर हैं और बिलासपुर में पोस्टेड हैं। अपनी मंगेतर की कामयाबी पर IAS वासु जैन कहते हैं संघर्षों का सामना कर जिस तरह से अंशिका ने कामयाबी पायी है, वो एक मिसाल है। 5वें प्रयास में UPSC क्रैक करने वाली अंशिका का तो पहले दो प्रयास में प्री भी नहीं निकला था, तीसरे प्रयास में वो इंटरव्यू तक पहुंची, लेकिन एक नंबर के अंतर से वो चूक गयी। चौथे प्रयास में भी अंशिका को नाकामी मिली, लेकिन 5वें प्रयास में उन्होंने 306वीं रैंक हासिल कर ली है। रैंक के मुताबिक उन्हें IAS ना भी मिल पाये, तो IPS मिलना तय है।
शादी से पहले UPSC ने दी खुशखबरी –
अगले महीने ही वासु जैन और अंशिका शादी के बंधन में बंधने वाली है। शादी की तारीख भी तय हो चुकी है। शादी के ठीक पहले UPSC ने अंशिका को खुशियों का बड़ा गिफ्ट दिया है। 25 जून 2023 को IAS वासु जैन और अंशिका शादी के बंधन में बंध जायेंगे।
बचपन से ही वासु-अंशिका एक दूसरे को जानते हैं –
IAS वासु जैन बताते हैं कि हमलोग बचपन से ही एक-दूसरे को जानते हैं। हमलोगों का परिवार एक दूसरे से परिचित है। एक महीने ही हमारी शादी परिवारवालों ने तय की है। 25 जून को हमारी शादी होने वाली है। वो बताते हैं कि ये तो इक्तेफाक है, कि शादी के पहले रिजल्ट इतना बढ़िया है। अंशिका ने जिस तरह के संर्घर्षों का सामना करते हुए सफलता पायी है, वो वाकई में एक मिसाल है।
5 साल की उम्र में मां-पिता गुजर गये –
अंशिका की जिंदगी काफी संघर्षों से भरी रही है। 2001 में जब वो 5 साल की थी, तभी उनके मां-पिता चल बसे। उनका पालन पोषण अंशिका की दादी ने किया, लेकिन UPSC की जब वो तैयारी कर रही थी, तो तीसरे प्रयास के दौरान 2019 में उनकी दादी भी चल बसी। मां-पिता और दादी के गुजर जाने के बाद अंशिका को उनके चाचा ने संभाला और उन्हें उनके लक्ष्य की तरफ बढ़ाया। अंशिका ने 5वें प्रयास में ना सिर्फ यूपीएससी को पास किया, बल्कि IPS भी बनने वाली है।