सक्ती। BIG NEWS : छत्तीसगढ़ के तीर्थ यात्रियों से ओडिशा में मारपीट का मामला सामने आया है। सक्ती जिले से कुछ लोग तमिलनाडु के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रामेश्वरम दर्शन करने के लिए गए हुए थे। यहां से लौटने के दौरान इनके साथ उड़ीसा में मारपीट की गई है। मामले की जानकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने ट्वीट के माध्यम से दी थी।
सक्ती जिले के ग्राम मल्दा के रहने वाले लोग कुछ समय पहले दर्शन करने के लिए तमिलनाडु के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रामेश्वरम गए थे। सभी ओडिशा के रास्ते मंगलवार को वापस लौट रहे थे। इन्हें कटक जिले के मंगोली नाका के पास रोक लिया गया। तीर्थ यात्रियों के मुताबिक टोल नाका के कर्मचारियों द्वारा ज्यादा पैसों की मांग की जा रही थी। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान लाठी-डंडे से यात्रियों को पीटा गया है। इसके बाद यात्रियों ने किसी तरह से इस मामले की जानकारी प्रशासन को दी। साथ ही स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
शिकायत मिलते ही सक्ती जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से संपर्क किया। सक्ती के अधिकारियों ने ओडिशा के अधिकारियों से कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्जकर आरोपियों पर कार्रवाई की जाए।
चार लोग गिरफ्तार
इसके बाद कटक जिले के अतरगढ़ थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। उल्लेखनीय है कि मल्दा छत्तीसगढ़ की श्री कृष्णलीला मंडली के सदस्य रामेश्वरम यात्रा के लिए निकले थे। भुवनेश्वर के नंदन कानन घूमने के बाद संबलपुर के रास्ते यह घर के लिए निकले। कटक जिले में मंगोली के पास महानदी टोल में इनसे अवैध वसूली हुई और महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई। इसकी सूचना मिलते ही सक्ती जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ओडिशा पुलिस के साथ संपर्क किया।
प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने लिया संज्ञान
मामले की जानकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को मिली, तब उन्होंने खुद इस मामले में संज्ञान लिया। इसके बाद स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की गई। बुधवार को भाजपा कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नाके पर ही ताला जड़ दिया। पुलिस से बातचीत की गई। तब बुधवार को पुलिस की टीम ने यात्रियों की शिकायत पर कार्रवाई की और मारपीट करने वाले 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। बाद में यात्री छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए।
छत्तीसगढ़ (सक्ति) के तीर्थ यात्रियों के साथ हुई हिंसा बेहद निंदनीय है।
मैं ओडिशा प्रशासन से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की अपील करता हूं।
पड़ोसी राज्यों के यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों राज्य की है।तीर्थयात्री अभी दहशत में हैं स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही। https://t.co/u3qN7Tkpbx pic.twitter.com/gOWnkn2Zxx
— Arun Sao ( मोदी का परिवार ) (@ArunSao3) May 23, 2023