देश में चीता बसाने की योजना जैसे विफल होते नजर आ रही है। मध्य प्रदेश(madhyapradesh ) के कूनो नेशनल पार्क में गुरुवार को मादा चीता ज्वाला के दो शावकों की मौत अत्याधिक गर्मी की वजह से हो गई. इससे पहले मंगलवार (tuesday )को भी एक शावक की मौत हो गई थी. ज्वाला के चार शावकों में से तीन की मौत हो चुकी है. अब केवल एक शावक जिंदा है. इसे भी गंभीर हालात में पालपुर चिकित्सालय में रखा गया है
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मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था. लेकिन यह सभी गर्मी की वजह से कम वजन और डिहाइड्रेशन का शिकार पाए गए. प्रमुख वन संरक्षक जेएस चौहान ने शावकों की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि मादा चीता के बच्चों की हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. लेकिन दिन का तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है. इस वजह से बच्चे झुलस गए
मादा चीता(cheeta ) ज्वाला अभी स्वस्थ
वन विभाग ने कहा कि उपचार के दौरान दो शावकों की स्थिति ज्यादा ही गंभीर हो गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका है। एक शावक को गंभीर स्थिति में पालपुर स्थित अस्पताल में रखा गया है। यहां उसका इलाज जारी है। इसके साथ ही नामीबिया और साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है।वहीं, मादा चीता ज्वाला अभी स्वस्थ है। उसकी निगरानी की जा रही है। जांच के दौरान सभी चीता शावक कमजोर, सामान्य से कम वजन और डिहाइड्रेटेड पाए गए हैं। वहीं, मादा चीता ज्वाला हैंड रियर्ड चीता है जो पहली बार मां बनी है। चीता शावकों की उम्र आठ हफ्ते की थी। वन विभाग ने कहा कि शावकों ने आठ-दस दिन पहले ही मां के साथ घूमना शुरू किया था।