फाइटर जेट MiG-29K की नाइट लैंडिंग हुई। ये लैंडिंग एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत के फ्लाइट डेक पर हुई।

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MiG-29K जेट INS विक्रांत के लड़ाकू बेड़े में शामिल है। इस सुपरसोनिक फाइटर जेट की स्पीड आवाज की रफ्तार (स्पीड ऑफ साउंड) से दोगुनी है। ये गुरुत्वाकर्षण बल का आठ गुना ज्यादा वजन खींच सकता है और 65,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है।

भारतीय नेवी का इन-हाउस डिजाइन संगठन

INS विक्रांत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड यानी CSL ने किया है। इसे वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है, जिसे पहले नौसेना डिजाइन निदेशालय के रूप में जाना जाता था। ये भारतीय नेवी का इन-हाउस डिजाइन संगठन है।45 हजार टन वजनी INS विक्रांत भारत में बना सबसे बड़ा वॉरशिप है। ये INS विक्रमादित्य के बाद देश का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर है। विक्रमादित्य को रूसी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया था।INS विक्रांत के साथ भारत दुनिया के उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है, जो एयरक्राफ्ट कैरियर को डिजाइन करने और उसे बनाने में सक्षम हैं। इसमें फ्यूल के 250 टैंकर और 2400 कंपार्टमेंट्स हैं। इस पर एक बार में 1600 क्रू मेंबर्स और 30 विमान तैनात हो सकते हैं।

MiG-29K की सफल लैंडिंग के लिए नौसेना को बधाई

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार रात हुई MiG-29K की सफल लैंडिंग के लिए नौसेना को बधाई दी। कहा- ये ऐतिहासिक उपलब्धि है। ये INS विक्रांत के क्रू मेंबर्स और पायलट के कौशल का प्रमाण है।