दुर्ग। CG CRIME NEWS : दुर्ग शहर में फ्लिपकार्ट जैसी मल्टीनेशनल ऑनलाइन कंपनियों से सामान मंगा कर लोगों को चूना लगाने वालों का पुलिस पर्दाफाश किया। जालसाज इतने सफाई से कंपनी को बेवकूफ बनाते थे। जिसकी जानकारी कंपनियों को भी नहीं लग पाती। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है।
ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया हैं। जहाँ फिल्पकार्ट का वेयर हाउस दुर्ग जिले के धमधा में है, जहां फ्लिपकार्ट कंपनी ऑनलाइन सामान मंगाने वाले कस्टमर के सभी आइटम्स को भेजती है, तो दुर्ग जिले के धंधा के वेयरहाउस में उसे डंप किया जाता है। उसकी डिटेल निकालकर स्कैन किया जाता था। उसके बाद सभी डिलीवरी करने वाले लड़कों को सम्मान दिया जाता है। जिसके बाद लड़के पार्सल में लिखे हुए बॉक्स पर एड्रेस के आधार पर कंपनी का सामान डिलीवर करते हैं, फ्लिपकार्ट के एरिया मैनेजर और कर्मचारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी को 45 लाख रुपये का चूना लगा दिया।
शातिर पूरा सामान हजम कर पाते उसके पहले दुर्ग पुलिस ने इन्हें दबोच लिया है। जिस शातिर तरीके से इन्होंने कंपनी काे चूना लगाया, वह चौंकाने वाला है। इन शातिरों ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी इसमें शामिल कर लिया था।
करीब महीने भर पहले खुले इस वेयर हाउस में जामुल निवासी अमर मंडल मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था, कोहका का रहने वाला अरविंद भी उसके साथ वेयर हाउस में काम कर रहा था, पुलिस के अनुसार दोनों ने वेयर हाउस की नौकरी डिलीवरी के लिए आने वाले सामान को हड़पने की नीयत से ही की थी। इन दोनों ने राजनांदगांव की रहने वाली मोनिका के अलावा अपने तीन और दोस्त दीपक, मनीष और लोकेश को भी शामिल कर लिया। सभी ने मिलकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के करीब 50 से ज्याद अकाउंट से फिल्पकार्ट को 120 मोबाइल और महंगे लैपटॉप का ऑर्डर दिया।
सभी ऑर्डर कैश ऑन डिलीवरी मोड में दिए गए, इस पूरे गबन के सरगना अमर मंडल ने अपने दोस्त राहुल के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उसे वेयर हाउस का डिलीवरी बॉय बना दिया। जबकि राहुल को इस बात का पता भी नहीं चला जब सारा सामान आ गया, तो पूरा सामान राहुल के नाम से डिलीवरी के लिए निकलना दिखाया। उसे लेकर 21 मई की रात को राजनांदगांव में मोनिका के घर ले गए। यहां मोबाइल से स्कैन कर पूरा सामान डिलीवरी होना दिखा दिया गया।
पुलिस ने मोनिका के घर से दो लैपटॉप और तीन मोबाइल भी जब्त किए हैं, पुलिस ने बताया कि भिलाई के नेहरू नगर का अंकित नाम का व्यक्ति इस तरह कंपनी को चूना लगाकर हासिल गए गए इलेक्ट्रानिक आइटम का रेगुलर ग्राहक था। इस बार उसने करीब 8 मोबाइल खरीदे थे, इसके अलावा इन लोगों ने तिल्दा में 80 मोबाइल ठिकाने लगाए आरोपियों में से करीब 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया चुका है, बाकी की तलाश जारी है। धमधा टीआई सोमेश सिंह बघेल ने बताया कि आरोपियों ने करीब 45 लाख रुपये का सामान कंपनी से उड़ाया था। इसमें से करीब 38 लाख के सामान की बरामदगी हो चुकी है। शेष सामान भी बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।