रायपुर, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के एनएच एमएमआई नारायणा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल ने बेहद अनोखा प्रयोग किया और इस बार लोगों में पर्यावरण और कैंसर के प्रति जागरूकता लाने के लिए कैंसर के मरीजों के द्वारा विशेष रूप से वृक्षारोपण कराया गया वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य जीवन को सृजन करना था और सकारात्मकता की ओर बढ़ना था किसी भी गंभीर और जटिल बीमारियों से निपटा जा सकता है।
विचार सकारात्मक हो और आपके अप्रोच पॉजिटिव गिने जाते हो
अगर आपके विचार सकारात्मक हो और आपके अप्रोच पॉजिटिव गिने जाते हो इन्हीं उद्देश्यों के साथ विश्व पर्यावरण दिवस के दिन कैंसर पीड़ित मरीजों ने ना सिर्फ वृक्षारोपण किया बल्कि विशेष रूप से ऐसे वृक्ष लगाएं जो सरवाइवर्स हैं कैंसर के प्रति जागरूकता लाने का यह प्रयास लोगों को खूब भाया विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस तरह के अनोखे प्रयोग और वृहद सामाजिक संदेश लिए एक्टिविटी को सभी वर्ग के लोगों ने खूब सराहा है.
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जलवायु परिवर्तन बेहद तेजी से हुआ है
इन दिनों मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जलवायु परिवर्तन बहुत तेजी से हुआ है जिसकी वजह से मौसम का निश्चित रहना तकरीबन नामुमकिन हो गया है गर्मी के दिनों में बारिश और ठंड लगने जैसी स्थिति बनती जा रही है बेमौसम बारिश और अचानक बढ़ने वाली गर्मी की वजह से आम जनजीवन बेहद बुरी तरह से प्रभावित होता है ऐसे में कई तरह के संक्रमण होने का भी खतरा बना रहता है और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को यह और भी मुसीबत में डाल सकता है एनएच एमएमआई नारायणा सुपर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल ने इन्हीं सब बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए इस विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर वृक्षारोपण का अनोखा और बेहद गहरा संदेश लिए हुए कार्यक्रम तैयार किया और कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने के बाद इसे विधिवत तरीके से पूरा भी किया गया.
बेमौसम बारिश से न केवल फसल बल्कि पर्यावरण को भी काफी हानि
जलवायु परिवर्तन से अब मौसम निश्चित नहीं है, गर्मी में बारिश , कम ठण्ड , बेमौसम बारिश से न केवल फसल बल्कि पर्यावरण को भी काफी हानि हो रही है, इसका प्रमुख कारण पर्यावरण से छेड़छाड़ और पेड़ो की कटाई भी है छत्तीसगढ़ को हरियाली वाली भूमि माना गया है पर पिछले कुछ वर्षो से राज्य के वातावरण में भी काफी बदलाव हुए है.
नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने विश्व पर्यावरण के दिवस के दिन कैंसर सरवाइवर्स
पर्यावरण को सवारने की इसी मुहीम में एन एच एम एम आई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने विश्व पर्यावरण के दिवस के दिन कैंसर सरवाइवर्स के साथ वृक्षारोपण किया. कैंसर सरवाइवर्स ने पौधे लगाकर कैंसर के प्रति जागरूकता का सन्देश दिया. अस्पताल प्रबंधन न सिर्फ कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता लाना चाहता था बल्कि इस बात पर भी जोर दिया जा रहा था कि पर्यावरण के प्रति भी लोगों में जागरूकता बनी रहे जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभाव के बारे में विस्तार से लोगों को जानकारी दी गई गौरतलब है कि जहां एक तरफ कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों ने इस नेक मुहिम में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की वहीं दूसरी तरफ कैंसर मरीजों के साथ मौजूद उनके अटेंडरों ने भी इसकी उपयोगिता को बखूबी समझा है यहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की गतिविधियों को और सकारात्मक प्रयासों की वजह से उनके मरीजों पर भी बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और मनोवैज्ञानिक तौर पर वह अब पहले से ज्यादा स्वस्थ और सृजनात्मक महसूस कर रहे हैं.
फैसिलिटी डायरेक्टर तपानी घोष जी ने भी कैंसर सरवाइवर्स भी पौधे
हॉस्पिटल के फैसिलिटी डायरेक्टर तपानी घोष जी ने भी कैंसर सरवाइवर्स भी पौधे लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का सन्देश दिया घोष ने कहा की हर व्यक्ति प्रति वर्ष एक पेड़ तो लगाना चाहिए | हॉस्पिटल के मार्केटिंग हेड रवि भगत ने भी सरवाइवर्स के साथ पौधे लगाकर उनकी हौसला हफ्जाई की और कहा की एन एच कैंसर केयर राज्य में कैंसर के लिए एक उत्कृष्ट संस्थान है।
एमएमआई नारायणा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में कैंसर के मरीजों
इस उपलक्ष में हॉस्पिटल के जनरल मैनेजर धर्माराव, मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉ अक्षय खिलेदार, मेडिकल एडमिनिस्ट्रेटर डॉ ईश्वर चंद्रा , सीनियर मैनेजर सतनाम सिंह भी मौजूद थे. एमएमआई नारायणा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में कैंसर के मरीजों में सकारात्मकता का भाव पैदा करने और अन्य लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए यह पहल की थी जिसमें वे कई महीनों में सफल रहे हैं जहां इस अनोखे वृक्षारोपण कार्यक्रम में कैंसर सरवाइवर्स के अलावा उनके परिजनों ने भी बढ़-चढ़कर अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित की है.