भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आज मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में लिए फैसलों की जानकरी देंगे।
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RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट ज्यादा होगा तो बैंकों को RBI से मिलेने वाला कर्ज महंगा होगा। बदले में बैंक अपने ग्राहकों के लिए लोन महंगा कर देते हैं। इससे इकोनॉमी में मनी फ्लो कम होता है। मनी फ्लो कम होता है तो डिमांड में कमी आती है और महंगाई घट जाती है।
RBI रेपो रेट को अपरिवर्तित रखेगा
इस बैठक में भी RBI रेपो रेट को अपरिवर्तित रखेगा। FY24 के लिए महंगाई के अनुमान को भी घटाया जा सकता है। पिछली मीटिंग में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था, इकोनॉमी में जारी रिकवरी को बरकरार रखने के लिए हमने पॉलिसी रेट में बदलाव नहीं किया है, लेकिन जरूरत पड़ने पर हम स्थिति के हिसाब से कदम उठाएंगे।
मई 2022 से फरवरी 2023 तक RBI ने दरों में 2.50% की बढ़ोतरी
मई 2022 से फरवरी 2023 तक RBI ने दरों में 2.50% की बढ़ोतरी की है। पिछली मीटिंग जो अप्रैल में हुई थी उसमें रेपो रेट को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा गया था। मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है।