उत्तराखंड(uttarakhand ) के पिथौरागढ़ जिले में बने नैनी सैनी एयरपोर्ट को DGCA की मंजूरी मिल गई है। अब यहां से फ्लाइट्स ऑपरेट हो सकेंगी।
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस दे दिया है। ये लाइसेंस एयरपोर्ट को मैनेज करने वाले उत्तराखंड एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी को सौंप दिया गया है।राज्य के CM पुष्कर सिंह धामी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड खासकर कुमाऊं इलाके की एयर कनेक्टिविटी(connectivity ) बेहतर होगी। हम इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी(pm narendra modi )और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को धन्यवाद देते हैं।
देहरादून और ऊधम सिंह नगर में हैं राज्य के दो बड़े एयरपोर्ट्स(airport )
उत्तराखंड में दो बड़े एयरपोर्ट हैं। पहला राज्य के गढ़वाल रीजन में देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। यहां से देश के कई शहरों के लिए फ्लाइट्स चलती हैं। वहीं, दूसरा ऊधम सिंह नगर का पंत नगर एयरपोर्ट है।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस एयरपोर्ट को एयरफोर्स(airforce ) को सौंपने का फैसला
उत्तराखंड सरकार ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस एयरपोर्ट को एयरफोर्स को सौंपने का फैसला लिया था। हालांकि इसके बाद भी यहां से कॉमर्शियल फ्लाइट्स उड़ती रहेंगी। फिलहाल इसे स्टेट सिविल एविएशन डिपार्टमेंट हैंडल कर रहा है।इस एयरपोर्ट को 1991 में प्रशासनिक कामों के लिए बनाया गया था। इसकी एयर स्ट्रिप 1508 मीटर की है। अभी इसका इस्तेमाल सरकारी पवन हंस हेली सर्विसेज कर रही है। यहां से हेलिकॉप्टर उड़ान भरते हैं।