बिपरजॉय गुरुवार दोपहर तक कच्छ के जखौ पोर्ट से टकराएगा। आज सुबह 8:45 बजे के अपडेट के मुताबिक सुबह 5:30 बजे तूफान गुजरात के जखौ पोर्ट से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 180 किमी दूर था
गुजरात के साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी असर। इन इलाकों में NDRF की 33 टीमें तैनात की गई हैं। कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी की रेस्क्यू और रिलीफ टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इन इलाकों में चक्रवात के गुजर जाने के बाद यातायात और बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब छह सौ टीमें बनाई गई हैं।गुजरात के आठ तटीय जिलों में 75 हजार लोगों लोगों को अस्थायी शिविर में ले जाया गया है। अकेले कच्छ जिले से 34 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10 हजार, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
गुजरात तट के करीब पहुंचने तक कई बार रास्ता बदलता रहा
गुजरात मौसम विभाग तूफान दक्षिणी अरब सागर में पैदा होने के बाद गुजरात तट के करीब पहुंचने तक कई बार रास्ता बदलता रहा। इससे यह कमजोर हुआ है, लेकिन कई बार खतरनाक हुआ है। गुजरात के प्रभावित 8 जिलों से 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।