सागर से उठा बिपरजॉय तूफान गुजरात के 940 गांवों से होता हुआ 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से राजस्थान की ओर बढ़ रहा है।
गुरुवार शाम साढ़े छह बजे बिपरजॉय तूफान गुजरात के कच्छ-सौराष्ट्र से टकराया था। रात में इसने राजस्थान के बाड़मेर में आसमान से टकराकर एंट्री ली। तूफान के कारण महेसाणा, दाहोद, खंभात और भावनगर में 5 लोगों की मौत हुई। आधी रात तक इसके लैंडफॉल की प्रोसेस पूरी हुई।इस दौरान 125 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चली। बाद में हवा की रफ्तार कम होकर 108 किमी प्रति घंटा हो गई। भुज में 5 इंच तक बारिश हो चुकी है।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर ब्लैकआउट
तूफान से बाड़मेर के कई गांवों में सैकड़ों बिजली पोल व पेड़ गिर गए। इससे भारत-पाक बॉर्डर और उससे सटे गांवों में ब्लैकआउट हो गया। गुरुवार दोपहर 3 बजे बाद पाक की तरफ से उठे रेतीले तूफान के साथ 60-70 किमी की रफ्तार से आंधी चली। काले घने बादलों के साथ तेज बौछारों का दौर शुरू हो गया। सूखा रण भी तर हो गया।
करीब 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा
बिपरजॉय अब मानसून के बढ़ने की रफ्तार को भी रोकने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक यह जमीन पर पूर्व व उत्तर-पूर्व दिशा में करीब 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। तूफान के केंद्र यानी आई का आकार करीब 50 किमी का है।