मुंबई। National Legislators Conference India : राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन भारत का उद्घाटन लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत उपस्थित थे। उद्घाटन अवसर पर देश की विधानसभा/विधान परिषद के मान. अध्यक्ष/सभापति, मान. उपाध्यक्ष/मान. उपसभापति, मान. विधायकगण एवं समस्त विधान मंडलों/विधान परिषदों के सचिव एवं सूचना/ मीडिया अधिकारी सम्मिलित हुए।
सम्मेलन में प्रथम सत्र के दौरान विधानसभा सदस्यों (विधायकों) और विधान परिषदों (एमएलसी) के सदस्यों का आपस में सौजन्य मिलन (भेंट) कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह रखा गया। तदुपरांत द्वितीय सत्र में विषयगत समानांतर सत्र, गोल मेज चर्चा, आदि कार्यक्रम रखा गया।
सम्मेलन के दौरान दूसरे दिन के सत्र में छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने ’’सार्वजनिक जीवन में तनाव प्रबंधन’’ से संबंधित सत्र में अपने संबोधन में कहा कि- तनाव मूल रूप से मन के अनुकूल नहीं होने की एक ऐसी अवस्था है जिसके कारण कार्यो, विचारों, अपेक्षाओं और स्वयं के जीवन प्रबंधन के मध्य आपसी तालमेल का अभाव होता है। पूरा विश्व समुदाय तनाव, इससे पैदा होने वाले अन्य शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों की रोकथाम की दिशा में प्रयासरत् है और इसके लिए जीवनशैली में बदलाव के साथ, जीवन के बेहतर प्रबंधन हेतु विभिन्न प्रभावी उपायों पर जोर दिया जा रहा है।
सिक्किम विधान सभा के अध्यक्ष अरूण कुमार उप्रेती छत्तीसगढ विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, देश की विभिन्न विधान सभाओं के 56 सदस्य सहित छत्तीसगढ विधान सभा के 29 सदस्य भी उपस्थित रहे। इसके अलावा सम्मेलन के पहले दिन के सत्र में अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधान सभा डाॅ. चरणदास महंत ने अपने सम्बोधन में देश के समस्त अध्यक्षों से आव्हान भी किया था कि वे सभी एक मंच पर आकर देश के विकास में अग्रसर हों।
‘‘राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन भारत’’ भारत का पहला गैर-पक्षपातपूर्ण संगठन है। राजनीति में शामिल होने के इच्छुक युवाओं को राजनीतिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए वर्ष 2005 में राहुल वी. कराड द्वारा एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट (एमआईटी-एसओजी) स्थापना की थी।