रायपुर। RAIPUR NEWS : कैथोलिक धर्म सेवकाई के गोल्डन जुबली व सिल्वर जुबली वर्ष पर गुरुवार को राजधानी में सेंट जोसफ महागिरजाघर में महाधर्मगुरु व धर्मगुरुओं का सम्मान किया गया। इस मौके पर कैथेड्रल में सुबह दस बजे विशेष धन्यवादी मिस्सा बलिदान हुआ। तत्पश्चात बिशप फिलिप एक्का मेमोरियल हॉल में सम्मान समारोह हुआ। आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर ने कहा कि हम सभी ने ईश्वर की सेवा का मार्ग चुना है। यदि हमसे इस सेवा में कहीं कोई कमी या खामी रह गई है तो इसे पूरा करने का आज सुअवसर है।
रायपुर आर्च डायसिस के आर्च बिशप मोस्ट रेवरेंड विक्टर हैनरी ठाकुर के एपिस्कोपल ऑर्डिनेशन की गुरुवार को सिल्वर जुबली थी। इसी तरह रेवरेंड फादर थॉमस एलिपुलीकट और रेवरेंड फादर एलेक्सियस किंडो की पवित्र धर्म सेवकाई के अभिषेकीकरण की गोल्डन जुबली मनाई गई। रेवरेंड फादर थॉमस वडकेथरा, रेवरेंड फादर लिगो मैथ्यू, रेवरेंड फादर जोसफ वी.पी. तथा रेवरेंड फादर अजय जोजो के प्रीस्टली ऑर्डिनेशन की सिल्वर जुबली थी। आर्च डायसिस ऑफ रायपुर की जुबली कमेटी के संयोजक विकार जनरल फादर सेबेस्टियन पी. और फादर जॉन पुन्नूर ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस अवसर पर फादर एंथोनी नागपुर, फादर फ्रांसिस कुजूर, फादर जॉन डेविड, फादर पैट्रिक ने जुबेलियंस के जीवन पर पक्ष डाला। रायगढ़ के बिशप पॉल टोप्पो, जगदलपुर के बिशप एंथोनी बारा और अंबिकापुर के बिशप जोसेफ ने भी संबोधित किया। इस मौके पर राज्यभर से कैथोलिक समाज के फादर्स, सिस्टर्स, सुपीरियर्स, कलीसियाओं के पदाधिकारी, बसंत तिर्की, निकोलस सिंह, सेंट पॉल कैथेड्रल के सचिव जॉन राजेश पॉल भी विशेष रूप से शामिल। सम्मानित होने वाले धर्म गुरुओं ने धर्म सेवकाई के स्मरण भी सुनाए। उन्हें शॉल व स्मृतिचिन्ह भी प्रदान किए गए। साथ ही आज ही आर्च डायसिसन के गोल्डन जुबली ईयर का भी समापन समारोह भी हुआ। स्मारिका का विमोचन भी किया गया।