बलौदाबाजार-भाटापारा। CG CRIME NEWS : जिले से हत्या का मामला सामने आया है जहाँ 10 लाख रुपए उधार देने के बाद वापस नहीं मिलने से नाराज दामाद ने बेरहमी से सास-ससुर की हत्या कर दिया। हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए शव को जला दिया। मामले में आरोपी दामाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कसडोल थाना क्षेत्र का मामला।
जानकारी के अनुसार कसडोल निवासी लक्ष्मी बाई(43) मानिकपुरी का शव पिछले दिनों सिद्ध खोल जलप्रपात मोड़ के पास मिली थी। शव के सर पर पत्थर मारकर हत्या की गई थी। इधर, लक्ष्मीबाई के पति नेहरु दास मानिकपुरी भी 20 मई से लापता था। पुलिस लक्ष्मी बाई मानिकपुरी के हत्या और उसके लापता पति नेहरु दास की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर लक्ष्मी बाई के दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी (41) निवासी महामाया पारा कसडोल को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। मानिकपुरी लगातार बयान बदल कर पुलिस को गुमराह कर रहा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया। उसने बताया कि सास और ससुर की हत्या उसी ने किया है।
उधारी की रकम बनी मौत का कारण
आरोपी ईश्वर दास मानिकपुरी ने बताया कि उसने सास ससुर को 5 लाख रुपये उधार दिए थे। 5 लाख रुपये दूसरे से गारंटर बनकर उधार दिलवाया था। 10 लाख रुपए उधारी लेने के बाद भी पैसा वापस नहीं मिल रहा था। उधारी रकम के लिए सास-ससुर के घर के चक्कर लगा लगा कर वो थक गया था। इसी दौरान एक दिन जब वह अपनी उधार दी हुई रकम मांगने अपने ससुर के घर पहुंचा तो उसने सास ससुर के द्वारा आपस में की जा रही बातें। दामाद का पैसा है नहीं देने पर भी वह क्या करेगा। यह सुनकर उसे काफी गुस्सा आया और सास-ससुर के हत्या की प्लानिंग बनाया।
ऐसे हत्या की वारदात को दिया अंजाम
सास लक्ष्मी बाई मानिकपुरी को किसी तरह मोटरसाइकिल में बैठाकर कसडोल से आगे सिद्ध खोल जलप्रपात मोड़ के पास ले गया। वहां जाकर ईश्वरदास ने अपनी सास का मुंह दबाकर पत्थर से मारकर हत्या कर दी। शव को घसीट कर झाड़ियों में छुपा दिया था। इसके बाद उसी दिन 20 मई को ही अपने ससुर को उसी बाइक में जंगल में जड़ी-बूटी लेने के बहाने बैठाकर पचपेड़ी जंगल ले गया और गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से ससुर के शव को जला दिया था। पुलिस ने मृतक नेहरु दास मानिकपुरी का चश्मा, कपड़ा और मोबाइल के टुकड़े बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।