टमाटर के दाम ने छुए आसमान, बाज़ारो में ₹100 किलो से भी अधिक में बिक रहा टमाटर देश के ज्यादातर बाजारों में टमाटर की कीमत 100 रुपए प्रति किलो के पार निकल गई है।टमाटर की बढ़ती कीमतों ने बीते कुछ दिनों में लोगों के जेब पर असर डालना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले ही 50 रुपये किलो से कम मिल रहे टमाटर की कीमतें अब आसमान छू रही हैं. देश के विभिन्न मॉल और सुपरमार्केट में सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले टमाटर की कीमतें 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. अच्छी क्वालिटी वाले टमाटर जो स्थानीय बाजारों में आ रहे हैं, जहां अधिकांश परिवार खरीदारी करते हैं, उनकी कीमत 90 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम है. व्यापारी बताते हैं कि ट्रेंड को देखते हुए जल्द ही यहां भी कीमतें 120 रुपये किलो तक पहुंच जाएंगी.
मंडियों में क्या है भाव
रायपुर के सब्जी मंडी में इसकी कीमत ₹70 से ₹80 किलो है और जब यह आम दुकानों तक पहुंचती है, उस वक्त इसकी कीमत ₹90 से लेकर ₹100 और आम नागरिक के किचन तक आने में इसी टमाटर की कीमत ₹100 से लेकर ₹120 किलो तक पहुंच जाती है.
किलो के मुकाबले पाव टमाटर खरीद रहे हैं लोग
रायपुर सहित प्रदेश भर में भी बीते चार-पांच दिनों में टमाटर के भाव में अचानक से उछाल आया है. जहां पहले टमाटर ₹20 से ₹25 किलो मिल रहे थे, वहीं पर अब टमाटर के भाव 80 से ₹100 किलो मिल रहे हैं. इसकी वजह से आम लोगों की जेब पर बड़ा झटका लगा है. जहां पहले लोग सब्जी एक या 2 किलो लिया करते थे वहीं अब एक पाव के हिसाब से सब्जी ले जा रहे हैं.
गरियाबंद की सब्ज़ी मंडी में जहां कुछ दिन पहले हर तरफ टमाटर नजर आता था, आज सन्नाटा पसरा है. 10 से 15 दिन पहले जो टमाटर 50 से ₹60 किलो था आज वह 100 से ₹120 किलो बिक रहा है. मंडी में टमाटर के बड़े विक्रेता गैन्दलाल सिन्हा ने बताया कि इस वक्त पूरे देश को सिर्फ आन्ध्रप्रदेश ही टमाटर सप्लाई कर रहा है. उपज कम और मांग ज्यादा होने के कारण टमाटर के रेट लगातार बढ़ रहे हैं और लगभग 1 महीने तक यह सिलसिला जारी रहेगा.
प्लेट से गायब है टमाटर
तंग बजट के साथ अपना परिवार चलाने वाले मध्यम और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों ने भोजन तैयार करने के लिए टमाटर की जगह इमली का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. होटलों ने भी टमाटर का उपयोग बंद कर दिया है और अधिकांश ने मेनू से टमाटर का सूप हटा दिया है.
अदरक व लहसुन भी पहुंच से दूर :बता दें कि बीते दिनों टमाटर की फसल इतनी अधिक हो गई थी कि मंडी में टमाटर के खरीददार तक नहीं थे. थोक में टमाटर ₹10!किलो तक बिक रहा था. बाजार में आम आदमी को 15 से ₹20 प्रति किलो में टमाटर की उपलब्धता थी. सब्जी की महंगाई टमाटर पर ही खत्म नहीं होती. टमाटर के अलावा लहसुन खुले बाजार में ₹130 किलो और अदरक ₹220 किलो तक बिक रहा है. जिस तरीके से टमाटर ने सीजन पर किसानों को धोखा दिया, कुछ ऐसा ही हाल पिछले साल लहसुन के साथ हुआ था. बीते पूरे साल में लहसुन 50 से ₹60 किलो ही बिकता रहा.वही अब लहसुंन के दाम 130 रुपये हो गये है, इस साल लहसुन के दाम आसमान छू रहे हैं. वही अब प्याज के दाम भी दिन-ब-दिन बढ़ना शुरू हो गए हैं. इस साल भी मौसम बारिश की वजह से प्याज की फसल जल्दी खराब हो रही है. इसलिए ऐसा लगता है कि प्याज भी आसमान छू लेगी.