गरियाबंद / राज्य शासन द्वारा लागू बेरोजगारी भत्ता योजना से शिक्षित बेरोजगारों को पढ़ाई और दैनिक जरूरत के कामों के लिए आर्थिक सहयोग मिल रहा हैं । साथ ही यह राशि हितग्राहियों के भविष्य निर्माण की दिशा में भी कारगर साबित हो रहा है। बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत पंजीकृत हितग्राहियों को प्रतिमाह 2500 रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। साथ ही उन्हें कौशल प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिससे उनके रोजगार स्वरोजगार की नींव मजबूत हो रही है। योजनांतर्गत जिले में अभी तक 3678 हितग्राहियों को पिछले 3 महीनों में 2 करोड़ 39 लाख 85 हजार रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है। साथ ही 90 से अधिक हितग्राहियों का प्रशिक्षण सत्र भी जारी है। इसके अलावा 60 से अधिक हितग्राहियों को निजी क्षेत्र में जॉब भी ऑफर किया जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के मंशा अनुसार बेरोजगारी भत्ता योजना अंतर्गत न सिर्फ सहायता राशि प्रदान करना है, बल्कि उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण भी देना है।
बेरोजगारी भत्ते से मिली राशि से प्रतियोगी परीक्षा के लिए डाला फॉर्म, पुस्तक भी खरीदी-ग्राम आमदी (म) की रहने वाली गुंजा ध्रुव ने बताया कि बेरोजगारी भत्ता योजना से उन्हें बहुत फायदा हुआ है। गुंजा बताती है कि भत्ते की राशि से उन्हें पढ़ाई करने और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में काफी मदद मिली। उन्होंने इन पैसों से वन विभाग और कर्मचारी चयन आयोग के अंतर्गत भर्ती परीक्षा के लिए फॉर्म डाला। साथ ही तैयारी के लिए जरूरी पुस्तकें भी खरीदी। इसी प्रकार नहरगांव की रहने वाली बीएससी की छात्रा खुशबू नागेश और कोठीगांव गांव की रहने वाली भजेश्वरी ठाकुर ने बताया कि बेरोजगारी भत्ते की राशि से दैनिक जरूरत की चीजों की भी पूर्ति हो रही है। साथ ही बेफिक्र होकर आगे की पढ़ाई जारी रख प्रतियोगी परीक्षा पास करने का भी आत्मबल मिल रहा है। खुशबू और भजेश्वरी को भी रोजगार स्वरोजगार में सहायता के लिए जिला प्रशासन द्वारा कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।